यह ट्रेन वाराणसी से उज्जैन और इंदौर जाएगी।इसे पहली बार 16 फरवरी को हरी झंडी दिखाकर पीएम मोदी ने वाराणसी से रवाना किया था। पहले दिन यह ट्रेन सुल्तानपुर, लखनऊ रूट से होकर आएगी।इसके अंदर का पूरा माहौल पूरी तरह शिव मंदिर जैसा भक्तिमय है। वाराणसी से इंदौर के लिए शुरू हुई इस कॉर्पोरेट ट्रेन में प्रत्येक यात्री को शिव चालीसा बांटी गई। ट्रेन में खानपान की गुणवत्ता अच्छी है। लखनऊ से इंदौर के बीच यात्रा पर 300 रुपये कैटरिंग चार्ज है।चलिए इस कॉर्पोरेट ट्रेन से जुडी कुछ बाते आपको बताते है।
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ट्रेन की सभी बोगियों में होने वाली हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने का इंतजाम किया गया है। सभी छोरों पर एचडी कैमरे लगे हुए हैं। इससे चोरियों पर भी लगाम लगेगी।
- शौचालय के पास बने पॉइंट पर पूरी रिकॉर्डिंग की जा रही है, जो एक बॉक्स में है और उससे कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता।
- बोगियों में लाइटिंग, सामान रखने के लिए अतिरिक्त शील्ड्स, ज्यादा चार्जिंग पॉइंट्स, डिस्प्ले बोर्ड्स और ऊपर की बर्थ पर चढ़ने के लिए बढ़िया रैंप बने हुए हैं।
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- ट्रेन के शौचालयों में बेबी शीट बोर्ड लगाए गए हैं। इससे महिलाओं को अपने बच्चों को शौच कराने में मदद मिलेगी।
- इसके अलावा आपको वॉशिंग की भी अच्छी व्यवस्था मिलेगी।
- यह ट्रेन 20 फरवरी को लखनऊ के रास्ते इंदौर जाएगी। उस दिन चारबाग में इसका भव्य स्वागत होगा।
- लखनऊ से इंदौर का किराया करीब 1700 रुपये है।
- आपको बता दे की यह ट्रेन दो प्रमुख रूट से चलेगी। वाराणसी से इलाहाबाद होते हुए कानपुर, झांसी के रास्ते ट्रेन उज्जैन और इंदौर पहुंचेगी। इस रूट पर ट्रेन हफ्ते में एक दिन रविवार को चलेगी। वहीं दूसरे रूट पर वाराणसी से लखनऊ होते हुए कानपुर, झांसी होती हुई इंदौर जाएगी। इस रूट पर ट्रेन हफ्ते में दो दिन मंगलवार व बृहस्पतिवार को चलेगी।