मोदी, नरेंद्र दामोदरदास मोदी, कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें आप नजरअंदाज नहीं कर सकते।
मोदी न भाजपा के बने हैं और न ही आरएसएस के। मोदी ने खुद को अविवेकपूर्ण और विचारहीन गांधी परिवार से कांग्रेस पार्टी का मालिक बना दिया है।
मोदी में चार गुण हैं, जो उनके आलोचकों की भी सराहना करेंगे। पहला धैर्य, दूसरा तीसरे हाथ की सफाई का समय और दूसरा शक्ति केंद्र के आसपास कहीं भी उसका कोई परिवार नहीं।
गाँधी परिवार के स्वामित्व वाली कांग्रेस पार्टी के पतन के साथ मोदी के उभार से मेल खाता है, जो भ्रष्ट विपक्ष द्वारा सुविधा प्राप्त है, जिसका अपना एक परिजन है और एक राजनीतिक भविष्य के लिए संरक्षित और प्रस्तावित है।
वह इतना कैनी है कि वह अपने मामले को उस पर फेंकी गई आलोचना से बाहर कर देता है! खड़गे, राहुल, अधीर रंजन और चिदंबरम को अपने बयान याद दिलाएं!
कई बार विपक्ष ने उनकी आलोचना करके उन्हें सुराग दिया है!
जहां तक मोदी विरोधी टिप्पणी करने वाली हस्तियों का सवाल है तो वह उन्हें अपनी कूड़ेदान में भी फेंकने लायक नहीं समझेंगे।