देखें कि हम सिर्फ पप्पू, चोर आदि का उपयोग मज़े के लिए करते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि वे हैं। राहुल असमर्थ हैं और मोदी अर्थव्यवस्था का प्रबंधन करने में सक्षम नहीं हैं। जैसा कि पीएम ने सैन्य और बुनियादी ढांचे को अच्छी तरह से प्रबंधित किया। लेकिन हालिया जीडीपी की रिपोर्ट बताती है कि कृषि को छोड़कर हर क्षेत्र में तेजी आई है। बैंक दिवालिया हो रहे हैं।
अब अगर मोदी उस भारत की अर्थव्यवस्था के लिए समाधान नहीं ढूंढते हैं तो वह 25 साल पहले की स्थिति में आ जाएगी। भारत के हालिया चुनावों में आज 78% भारतीयों ने मोदी को वोट दिया। 78% लोग मोदी पर विश्वास करते हैं इसलिए वे उस पर विश्वास करने के लिए मूर्ख नहीं हैं। इससे यह भी पता चलता है कि मोदी 2024 जीतेंगे। अगर विपक्षी नेता के पास राहुल के अलावा कोई अच्छा चेहरा नहीं होता है तो मोदी फिर से जीत जाते हैं। क्षेत्रीय पार्टी में आकर वे चुनाव जीतने के लिए स्पष्ट एजेंडे के साथ चुनाव नहीं लड़ सकते। यह मोदी को अगले चुनाव में अपराजेय बनाता है। अब मुझे लगता है कि "मोदी नहीं तो सवाल कौन नहीं?" सवाल "मोदी के बाद कौन?"
भारी संख्या में लोग उनका समर्थन करते हैं।