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किसी के व्यक्तिगत विषय में बोलना क्या सही संस्कार माने जाते है?


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किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत विषय मे बोलना सही संस्कार नहीं माने जाते है, क्योंकि कुछ लोगो की आदत होती है बिना कुछ जाने समझे किसी भी व्यक्ति के बारे मे उल्टा सीधा बोलने लगते है। क्योंकि कुछ लोगो की आदत होती है कि पड़ोसी के घर मे ताक-झाँक करते है उसकी बुराई पुरे मोहल्ले मे करते है, जो बिल्कुल गलत है क्योकि कुछ लोग पुरे मामले की जानकारी ज़ब तक अच्छे से न हो तब तक किसी भी व्यक्ति के व्यक्तिगत विषय मे गलत बोलना सही संस्कार नहीं होते है। ऐसे मे उस व्यक्ति के संस्कार पर ऊँगली उठाई जाती है, कि उसे उसके माँ -बाप ने उसे अच्छे संस्कार नहीं दिए है।

इसके अलावा कुछ लोग किसी की बहन, लड़की के बारे मे गलत बोलते है कि उसने अपनी लड़की इतनी छूट दी एक दिन कुछ न कुछ गलत कर बैठेगी, ये सब बोलना अच्छे संस्कार नहीं माने जाते है।

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और पढ़े- व्यक्तिगत वित्त के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात क्या है जिसे हर किसी को पता होना चाहिए?


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किसी के व्यक्तिगत विषय मे बोलना सही संस्कार नहीं होते है। लेकिन हर एक बच्चो के माता -पिता अपनी संतान को अच्छे संस्कार देती है कभी बुरे संस्कार नहीं देती है। लेकिन आज के बदलते समय के अनुसार बच्चे इंटरनेट के माध्यम से बहुत से गलत चीज़े सीख जाते है। जैसे कि गन्दी मूवी देखना और किसी भी लड़की के विषय मे गलत बोलना सही संस्कार नहीं होते है लेकिन इसमें माता पिता संस्कारो कोई दोष नहीं होता है। आज बढ़ती सोसाइल मिडिया के द्वारा एक -दूसरे के व्यक्तिगत जीवन को लेकर उल्टी सीधी बात करने लग जाते है।Letsdiskuss


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हां यह बात तो बिल्कुल सच है कि ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो किसी भी व्यक्ति के बारे में गलत बोलते रहते हैं। और बिना किसी गलती के हमेशा उन्हें वाला बुरा सुनते रहते हैं तो मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि किसी भी व्यक्ति की व्यक्तित्व के बारे में हमें भला और बुरा नहीं बोलना चाहिए क्योंकि यदि वह व्यक्ति सही है और आप उसे बुरा कहते हैं तो यह बिल्कुल गलत है इसलिए जब तक आप बात को सही तरीके से ना समझ ले तो किसी की बुराई नहीं करनी चाहिए। क्योंकि हमारे सनातन धर्म में बुराई करना बहुत बड़ा पाप माना जाता है। इस दुनिया में केवल माता पिता ही एक ऐसे इंसान होते हैं जो अपने बच्चों को हमेशा सही ज्ञान देते हैं और उन्हें सत्य मार्ग पर चलना सीखता हैं।

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