Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | Posted on
पीलिया शरीर में बिलीरुबिन की अधिक मात्रा होने के कारण होता है। जिसमें व्यक्ति की कुछ रक्त कोशिकाएं टूट जाती हैं और जिसमे व्यक्ति को पीलिया जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
पीलिया के लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं - उल्टी आना, पेशाब का पीलापन होना, सर दर्द होना, बुखार आना आदि।
इसको दूर करने के लिए कुछ उपाय - पीलिया को दूर करने के लिए साबुत धनिया को रात भर पानी मैंं फुलाकर सुबह खाली पेट पीने से आराम मिलता है। पीलिया की शिकायत को दूर करने केेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेे लिए मूली के पत्तों का जूस बनाकर पीने से पीलिया कम हो जाता है। पीलिया की शिकायत को दूर करने के लिए गन्ने का रस बहुत ही फायदेमंद होता है।
0 Comment
पूर्व-यकृत पीलिया उन स्थितियों के कारण होता है जो आपके रक्त की हेमोलिसिस दर को बढ़ाते हैं। यह वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से लाल रक्त कोशिकाएं टूट जाती हैं, हीमोग्लोबिन जारी करती है और बिलीरुबिन में परिवर्तित होती है।
क्योंकि यकृत केवल एक बार में इतने बिलीरुबिन की प्रक्रिया कर सकता है, बिलीरुबिन शारीरिक ऊतकों में बह जाता है।
पूर्व-यकृत पीलिया के सबसे आम कारण हैं:
इस प्रकार के पीलिया के कुछ जोखिम कारकों में शामिल हैं:
पूर्व-यकृत पीलिया के निदान के लिए, आपका डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षणों का आदेश देगा।
0 Comment
| Posted on
पीलिया होने के लक्षण इस प्रकार होते हैं जब किसी को पीलिया होती है तो उसके सिर में दर्द, लो ग्रेड बुखार,उल्टी आना, भूख कम लगना, त्वचा में खुजली होना, और थकान आदि लक्षण होते हैं त्वचा और आंखों का सफेद भाग पीला दिखाई देने लगता है पीलिया होने पर मल पीला हो जाता है और मूत्र भी गाढ़ा हो जाता है। ऐसे में आप रक्त जांच कर बिलुरुबिन की मात्रा से पीलिया का पता लगाया जा सकता है ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और जल्द से जल्द इसका इलाज करवाना चाहिए नहीं तो इसकी वजह से लिवर डैमेज हो सकता है।
0 Comment