इंडियन रेलवे अपने आप में एक बहुत बड़ा ब्रांड है और सरकारी नौकरी होने की वजह से काफी लोग इस में विविध ऑप्शन चेक करते है। लोको पायलट और टेक्नीशियन में काफी बार लोग कंफ्यूज हो जाते है। वैसे देखा जाए तो यह दोनों ही नौकरी के अपने अपने फायदे और मर्यादाए है जो की देखने की जरुरत रहती है।

सौजन्य: जोश टॉक्स
टेक्नीशियन की नौकरी में भी काम काफी रहता है जैसे की लोको पायलट को रहता है पर लोको पायलट का नौकरी को कोई टाइम फिक्स नहीं होता। उनके लिए ११ घंटे काम करना और लगातार काम करते रहना जरूरी होता है। वैसे लोको पायलट को वेतन और प्रतिष्ठा टेक्नीशियन से ज्यादा मिलती है पर उन्हें छुट्टी भी कम मिलती है। लोको पायलट को फायदा यह मिलता है की उसे बड़े स्टेशन में काम मिलता है जो की टेक्नीशियन के किस्सेमे कम दीखता है। लोको पायलट की जिम्मेदारी भी टेक्नीशियन से ज्यादा होती है। इस तरह दोनों जॉब की तुलना करके आप अपने लिए सही विकल्प चुन सकते हो। दोनों जॉब को देखने के बाद कहा जा सकता है की अगर किसीको इन दोनों में से एक को चुनना पड़े तो टेक्नीशियन के लिए जाना चाहिए।