शकुनि बहुत ही ज्यादा ज्ञानी और विद्वान व्यक्ति थे। शकुनी कौरवो के हितोषी नहीं थे उनके बहुत बड़े विरोधी हुआ करते थे। शकुनि के पिता जी का नाम राजा सुबल और माता नाम सुदर्मा था, शकुनि राजा का विवाह आरशी नाम की स्त्री से हुआ तथा विवाह के कुछ वर्षो पश्चात् उनका एक पुत्र हुआ जिसका नाम उलूक था। महाभारत में युद्ध शकुनि के की वजह से हो शुरू हुआ था युद्ध शुरू हुआ तो सहदेव ने सुकूनि और उसके पुत्र उलूक को युद्ध मे वीरतापूर्वक हराया और युद्ध मे घायल करते हुए उसके पुत्र उलूक का सहदेव ने वध कर दिया। सुकूनि को अपने बेटे के मरने का बहुत बड़ा झटका लगा और वह युद्ध को बीच मे ही छोड़ कर भगने लगा इतने मे सहदेव ने शकुनि का कुछ देर तक पीछा किया और उसको पकड़ कर युद्ध मैदान मे लेकर आया फिर दोनों के बीच युद्ध शुरू हुआ और इतने मे शकुनि घायल हो गया फिर भी युद्ध लड़ा और अंत मे सहदेव के हाथो शकुनि का वध हो गया।

