पंजाब सरकार में वर्तमान कला, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री और पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू अपनी बेबाकी के कारण ही जाने जाते हैं। उनके पाकिस्तान जाने का कारण स्पष्ट है कि वे सत्ता पाने के लिए कितने महत्वाकांक्षी हैं तभी तो ख़ुद को अकाली दल के नेताओं से ज़्यादा सिक्ख धर्म समर्थक नेता बताने की कोशिश करने में लगे रहते है|
उनका खलिस्तानी नवीन चावला से दोस्ती को भला कौन नहीं जानता। दोनों की साथ में फोटोज भी सामने आई जिस पर सिद्धू कुछ न बोल सके| पाकिस्तान जाने के पीछे एक कारण उनका क्रिकेट मैदान पर दोस्त रहे पूर्व पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान और वर्तमान पीएम इमरान ख़ान की ताजपोशी भी रही, जो उन्हें दोनों देशों के राजनीतिक संबंध ठीक न होने के बावजूद उन्हें पाकिस्तान जैसे मुल्क तक जाने को मज़बूर कर गयी।
पाकिस्तान में उनका कितना सम्मान किया गया ये भी हम सब अच्छे से जानते हैं। उनके द्वारा ये सब किया जाना उनकी राजनीति है कि शायद ये सब करके वह पंजाब की राजसत्ता पा जाए और सूबे के अगले मुख्यमंत्री बन पाए।
सिद्धू को लगता है कि शेर-ओ-शायरी और करतारपुर साहिब कॉरिडोर प्रकरण में अपनी कथित सफलता के दम पर वह ख़ुद को सिक्खों का सबसे बड़ा मसीहा दिखाकर पंजाब के मुख्यमंत्री बन जाएंगे| इसी आधार पर कहा जा सकता है कि सिद्धू जी के पाकिस्तान जाने के पीछे का कारण मात्र उनकी राजनैतिक महत्वकांक्षा है|