एक पुरुष की सुंदरता तब नज़र आती है जब वह एक स्त्री को समानता के भाव से देखता है | क्योंकि आज के बदलते समय में एक स्त्री को पुरुष की सुंदरता केवल समानता में नज़र आती है | इसके साथ ही एक महिला यह भी देखती है की
पुरुषों का स्वभाव कैसा है वे अपने माता पिता, दोस्त, महिलाओं, बुजुर्गों, शिक्षकों, अपने से नीचे तबके के लोगों, दूसरे धर्म या जाति के लोगोंं तथा अपरिचितों से किस तरह का व्यवहार करता है, इस बात से उनकी सुंदरता आंकी जाती है। अगर वे सभी के प्रति लगभग एक जैसा ही आचरण रखते है। सबसे स्नेहपूर्वक तथा शिष्टता से ही बात करते हैं तो यह उनके सुंदरता की ही निशानी है।
