अम्बानी नाम को कौन नहीं जानता | वर्तमान समय में यह किसी ब्रांड से कम नहीं है | जहां अम्बानी का नाम आ जाता है, वहाँ पर सबके मन में यही ख्याल आता है, अब कौन सा नया निर्माण होने वाला है, या कौन सी नई योजना आने वाली है | Jio की सफलता से जहाँ मुकेश अम्बानी नोटों में खेल रहे हैं वहीं दूसरी ओर उनके भाई अनिल अम्बानी अपने कारोबारी उतार चढ़ाव से जूझ रहे हैं |
अब अनिल अम्बानी की रिलायंस कम्यूनिकेशन कंपनी टेलिकॉम क्षेत्र से हटकर अपना रियल एस्टेट में कारोबार करने जा रहा है | अनिल अंबानी की रिलायंस कम्यूनिकेशन कंपनी ने अब टेलिकॉम बिजनेस से बाहर आने की घोषणा कर दी है, जिसका साफ़ मतलब यह है कि रिलायंस कम्यूनिकेशन कंपनी अब कुछ नया काम करने का सोच रही है |
सोचनीय बात यह है, जो कंपनी आज तक और कंपनी टेलीकॉम व्यापार का पाठ पढ़ाती रहती थी, वो कंपनी आज खुद अपने कदम पीछे क्यों कर रही है ? ऐसा करने का मुख्य कारण कंपनी पर आई पैसों की परेशानी मान सकते हैं | एक खबर के अनुसार यह पता चला है कि रिलायंस कम्यूनिकेशन अब रियल एस्टेट व्यापार में अपना कदम रखेगी |
सन 2002 में जब मोबाइल फोन सभी लोगों के लिए किसी लग्जरी डिवाइस से कम नहीं था, तब रिलायंस कम्युनिकेशंस केवल एक ऐसी कंपनी थी, जिसने सिर्फ 500 रुपए में लोगों को मोबाइल सुविधा प्रदान की थी | उसके बाद मानो टेलीकॉम कम्पनी में एक प्रतियोगिता सी बढ़ गई, और यह इतनी अधिक बढ़ गई कि कॉम्पिटिशन के चक्कर में कॉल दर सस्ती हो गई और आकर्षक ऑफर्स देकर टेलीकॉम इंडस्ट्री ने एक बिजनेस मॉडल की शुरुआत की।
कुछ कुशल जानकार के अनुसार - "गलत एक्सपेंशन प्लान की वजह से कंपनी काफी परेशानी में पड़ गई और जिसके साथ कंपनी पर कर्ज बढ़ता गया"