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क्या गोबर से सैंडल चप्पल बैग आदि बनाया ...

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| Updated on July 22, 2023 | entertainment

क्या गोबर से सैंडल चप्पल बैग आदि बनाया जा सकता है?

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@abhinavkumar4574 | Posted on July 4, 2022

क्या कभी आपने गोबर से बैग चप्पल आदि बनने की बात सुनी है? काऊ डंग यानी गोबर से आजकल बहुत सुंदर सुंदर बैग चप्पल पर्स बनाए जाते जिसे लोग बहुत पसंद करते हैं। गोबर से यह सामान कैसे बनते हैं आइए जानें इसके बारे में।

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गोबर से बनी सैंडल इन दिनों मार्केट में धूम मचाए हुए हैं। online यह प्रोडक्ट मंगवाना चाहते हैं तो आनलाइन आसानी से मिल जाएगी। गाय के गोबर से सैंडल चप्पल आदि बनाने की एक नई तकनीक है। हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

कैसे बनती है गोबर के चप्पल और बैग

गोबर के पाउडर में आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां और चूना आदि मिलाकर गरम ताप पर इसे सांचे में डालकर गोबर की चप्पल या बैग आसानी से बनाया जा सकता है।

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तो हमारी संस्कृति में घर के फर्श को गोबर से लीपा जाता था, जो बैक्टीरिया और दूसरे कीड़े मकोड़ों से दूर रखता था। साथ ही चिकना और मजबूत होता था। वही सदियों पुरानी परंपरा का इस्तेमाल आज गोबर से सैंडिल, बैग, पेपर आदि बनाने में किया जाता है।

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@krishnapatel8792 | Posted on July 5, 2022

क्या आज तक आपने ऐसी बात सुनी है कि गोबर से यानी कि काऊ डंग से सैंडल, चप्पल, और कैरी बैग जैसी कई चीजें बनती है। नहीं सुना होगा? लेकिन छत्तीसगढ़ के रहने वाले रितेश अग्रवाल नाम एक व्यक्ति है जिसने गोबर से ऐसी कई चीजें बनाई है जिसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे। इन्होंने गोबर से बैग, पर्स,चप्पल, सैंडल, मूर्तियां, पेंट, ईंट, दीपक, अबीर गुलाल ऐसी कई चीजें बनाई है। रितेश अग्रवाल जी ने बताया कि गोबर की सहायता से चप्पल,सैंडल बनाना बहुत ही आसान है। इन्होंने 1 किलो गोबर की सहायता से 10 चप्पल बनाई है। गोबर की चप्पल बनाने के लिए रितेश अग्रवाल जी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां, और चूने का इस्तेमाल करते हैं।Article image

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@meenakushwaha8364 | Posted on July 21, 2023

जी हाँ बिल्कुल गोबर से सैंडल चप्पल बैग आदि बनाया जा सकता है, गोबर से सैडल बैग बनाने के लिए सबसे पहले 1किलो गोबर और कुछ जड़ी बूटीयां मिलाकर 2-5 जोड़ी चप्पल, सैडल बनाया जा सकता है और ज़ब गोबर की चप्पल बन जाती है तो चप्पल, सैडल मे लाल, पिला रंग का कलर कर देते है जिससे पता ही नहीं चलता है कि गोबर से चप्पल बनायीं गयी है।

इसके अलावा बैग बनाने के लिए गोबर क़ो मशीन मे डालते है और फिर जिस भी आकार मे बैग बनाना रहता है उसी आकार मे बैग बनाया जाता है। बैग बनाने के लिए किसानो से गोबर खरीदा जाता है वह 5 रूपये प्रति किलो के हिसाब से गोबर ख़रीदा जाता है।

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