कार के लिए क्यों ज़रूरी हैं ट्यूबलेस टायर? - letsdiskuss
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Sikandar khan

Engineer at KW Group | Posted on | others


कार के लिए क्यों ज़रूरी हैं ट्यूबलेस टायर?


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@letsuser | Posted on


कार कितनी अच्छी या महंगी हैं फर्क इस बात से नहीं पड़ता हैं.जितना कि इस बात से की कार के टायर की क्वालिटी कैसी हैं क्योकि इसका का असर ड्राइविंग क्वालिटी, ड्राइविंग डायनेमिक्स और कार के परफॉर्मेंस पर पड़ता है।पंक्चर होने की स्थिति में कई बार मुसीबतों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब ट्यूबलेस टायर्स की टेक्नोलॉजी ने हमारी कई समस्याओं को कम कर दिया है|सुरक्षा- सुरक्षा के लिए ट्यूबलेस टायर ज्यादा भरोसेमंद हैं। साधारण टायर में अलग से ट्यूब लगा होता है जो टायर को शेप देता है। ऐसे में जब अंदर लगा ट्यूब पंक्चर होता है तो ड्राइवर गाड़ी से कंट्रोल खो सकता है और दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। लेकिन ट्यूबलेस टायर में अलग से ट्यूब नहीं लगा होता। टायर खुद ही रिम के चारों ओर एयरटाइट सील लगा देता है जिससे हवा टायर से बाहर नहीं निकलती। पंक्चर होने की स्थिति में हवा काफी धीरे धीरे बाहर निकलती है और ऐसे में ड्राइवर को गाड़ी रोकने का काफी समय मिल जाता है। अगर पंक्चर छोटा है तो आप थोड़ी देर तक गाड़ी ड्राइव भी कर सकते है और पंक्चर मेकैनिक तक पहुंच सकते हैं।परफॉरमेंस- ट्यूब वाले टायर के मुकाबले ट्यूबलेस टायर हल्के होते हैं। जिसकी वजह से गाड़ी के वजन पर और ड्राइविंग डायनेमिक्स पर असर पड़ता है जिससे गाड़ी और अच्छा परफॉरमेंस अच्छा देती हैं और माइलेज पर भी असर पड़ता हैं |ट्यूबलेस टायर जल्दी गर्म भी नहीं होते हैं।मेंटेनेंस- ट्यूबलेस टायर्स की मेंटेनेंस काफी किफायती होती है। पंक्चर रिपेयर कराने के लिए भी इसमें ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है। पंक्चर रिपेयर करने के लिए सबसे पहले पंक्चर वाली जगह पर स्ट्रिप लगाई जाती है और फिर रबर सीमेंट की मदद से उस जगह को भर दिया जाता है।टिकाऊ- ट्यूबलेस टायर, साधारण टायर से ज्यादा टिकाऊ होते हैं। ट्यूबलेस टायर पर ज्यादा ध्यान देने की ज़रूरत नहीं होती और ये आपके पॉकेट पर ज्यादा भारी नहीं पड़ता।


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Writer | Posted on


सभी कार में अलग-अलग प्रकार के टायर लगे होते हैं लेकिन सबसे अच्छा टायर ट्यूबलेस टायर होता है क्योंकि यह जल्दी पंचर नहीं होता और अगर पंचर हो भी जाए तो अंदर ट्यूब ना होने के कारण इसका बैलेंस नहीं बिगड़ता इससे एक्सीडेंट होने की संभावना कम रहती है। ट्यूब वाले टायर के मुकाबले ट्यूबलेस टायर हल्के होते हैं। जिसकी वजह से गाड़ी के वजन पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। ट्यूबलेस टायर जल्दी गर्म भी नहीं होते ट्यूबलेस टायर जो होता है उसकी मेंटेनेंस काफी अच्छी होती है। पंक्चर रिपेयर कराने के लिए भी ज्यादा परेशानी नहीं होती इसीलिए हमें ट्यूबलेस टायर का इस्तेमाल करना चाहिए.।Letsdiskuss


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कहा जाता है कि ट्यूब वाले टायर की तुलना में ट्यूबलेस टायर हल्का होता जिससे गाड़ी की माइलेज स्पीड बेहतर बनती है और ट्यूबलेस टायर जल्दी गर्म में नहीं होते हैं इसके इस्तेमाल करने से बेहतर ड्राइविंग का भी एहसास मिलता है। और ट्यूबलेस टायर की खास बात यह है कि अगर कोई भी ट्यूबलेस टायर पंक्चर होता है तो उसमें ज्यादा कोई दिक्कत नहीं होती है क्योंकि पंक्चर वाली जगह पर टिप लगाई जाती है। और उस पर रबड़ सीमेंट की मदद से उस जगह को भर दिया जाता है जिससे ट्यूबलेस टायर पूरी तरह से ठीक हो जाता हैं और ज्यादा परेशानी नहीं होती है इसीलिए बाजार में अब ज्यादातर गाड़ियों में ट्यूबलेस टायर का ही उपयोग किया जाता है.।Letsdiskuss


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ट्यूबलेस टायर की सबसे खास बात यह होती है कि यह टायर जल्दी से पंचर नहीं होता है और यदि पंचर हो भी जाता है तो अंदर ट्यूब ना होने की वजह से कार का बैलेंस नहीं बिगड़ता है और एक्सीडेंट होने की संभावना बहुत कम रहती है पंचर होने के बावजूद भी इस टायर को कई किलोमीटर तक चलाया जा सकता है और यदि ट्यूबलेस टायर में हवा अच्छे से भरी हो तो इस टायर के पंचर होने के चांस जल्दी नहीं आते हैं इनकी पंचर किट भी मार्केट में आसानी से मिल जाती है। और इस टायर की सबसे खास बात यह है कि जगह पंचर होता है तो उसे खोलने की जरूरत नहीं होती है। इसलिए हमें ट्यूबलेस टायर का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि यह हमारे लिए ज्यादा फायदेमंद है।Letsdiskuss


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