Asian Games में तीरंदाज़ी में रजत पदक जीतने वाले अमन सैनी दिल्ली के निवासी हैं | अमन सैनी ने जकार्ता में अपनी टीम के साथ जो कारनामा कर दिखाया वह काबिल-ए-तारीफ है | अमन सैनी की इस जीत ने उनके साथ साथ पूरे भारत का नाम रोशन किया है | आइये उनकी इस जीत के सफर के बारे में जाने |
अमन दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय विश्विद्यालय के छात्र हैं | उन्होंने इसी वर्ष अपनी ग्रेजुएशन खत्म की है | वह तीरंदाजी में अपने कॉलेज में भी कई प्रतियोगिताएं जीत चुके है | आपको बतादें की अमन सैनी Archery से पहले taekwondo खेलते थे जिसमे उनके हाथ पर गहरी चोट लगने के कारण उन्हें Taekwoncdo छोड़ना पड़ा | अमन सैनी martial arts में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते थे परन्तु इस चोट के बाद उनके माता पिता ने उन्हें इस खेल के लिए मना कर दिया | इस तरह वह तीरन्दाजी की ओर बढ़े |
अमन सैनी ने अपनी जीत की ख़ुशी जाहिर करते हुए अपने Instagram पर लिखा " सबसे पहले तो मुझपर और मेरी टीम पर विश्वास और भरोसा करने वाले हर व्यक्ति को शुक्रिया | यह जीत मेरे परिवार, कोच, मेरे साथी और मेरे दोस्तों के बिना मुमकिन नहीं थी | यह पूरा सफर बहुत लम्बा था और भगवान की दया से मै आज इस मुकाम तक पहुँच पाया हूँ | यकीनन ही यह अंत नहीं है बस एक शुरुआत है, अभी बहुत लम्बा सफर तय करना बाकि है |"
अमन सैनी ने यह पदक अपने दो साथियो रजत चौहान और अभिषेक वर्मा के साथ जीता | अमन सैनी को बीते दिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ | हम अमन सैनी को उनकी इस जीत पर ढेरों बधाइयां देते हैं ओर कामना करते हैं कि वह आने वाले समय में भी इसी प्रकार अपना खेल बरकरार रखेंगे और अगली बार स्वर्ण पदक भारत लाएंगे |