यह सवाल बिलकुल सुसंगत नहीं है। भारत एक ऐसा देश है जहां हर धर्म का इंसान रह सकता है, पढ़ सकता है, कमाई कर सकता है और तरक्की कर सकता है फिर एक ख़ास समाज को ही क्यों असुरक्षितता महसूस हो। मुसलमानो को भारत में ऐसी कोई असुरक्षितता होनी ही नहीं चाहिए। काफी सारे मुस्लिम नेता ऐसे है जो बिंदास्त तरीके से हिन्दुओ के खिलाफ, देश के खिलाफ, प्रशासन के खिलाफ बेलगाम जुबान चलाते है। अगर मुसलमानो को कोई जोखिम होता तो वे ऐसा नहीं कर सकते। हां अगर आपकी मंशा कुछ अलग है जैसे की किसी एक सम्प्रदाय के लोगो को निशाना बनाने की तो आप खुद गलत हो और इस लिए आप को सुरक्षा नहीं ही देनी चाहिए।
सौजन्य: क्वार्ट्ज़
जो मुसलमान अपने विकास की और आगे बढ़ रहे है और किसी धर्म को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहते वो शांति से इस देश में रह सकते है और अपना व्यवसाय या सर्विस आराम से कर सकते है। वो अपने त्यौहार भी मनाते है और मस्जिदे भी बनाते है जिस में कोई पाबन्दी का सामना नहीं करना पड़ता। अगर कोई और धर्म के खिलाफ आप को कुछ करना है जो की गलत है तो ही यह देश में आप असुरक्षित होंगे अन्यथा यहां का कानून सबके लिए एक ही है और उस की नजर में सारे नागरिक समान है।