गुड फ्राइडे , यह त्यौहार ईसाई समुदाई का खास त्यौहार है| इस दिन प्रभु इशु को सूली पर चढ़ाया गया था| इस दिन को प्रभु इशु के बलिदान के रूप में याद किया जाता है| इस दिन चर्च में विशेष आयुजन होता है| पर इस साल कोरोना की वजह से गुड फ्राइडे पर्व चर्च में नहीं मनाया जा सकता| क्योंकि इस साल देश कोरोना जैसी महामारी सी झुझ रहा है| बस प्रभु इशु से लोग घर बैठे यह प्रार्थना करें कि हमारा देश इस समस्या से जल्दी बाहर आये|
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इस साल गुड फ्राइडे 10 अप्रैल 2020 को मनाया जाएगा| इस दिन ईसा मसीह को क्रॉस पर लटकाया गया था| उन पर कुछ झूठे आरोप लगाये गए थे कि वह पाखंडी हैं और खुद को ईश्वर का पुत्र बता रहे हैं| गुड फ्राइडे के इस पर्व को इसाई धर्म में एक शौक दिवस के रूप में मानते हैं| क्योंकि इस दिन प्रभु इशु मृत्यु हुई थी इस कारण इसे "गुड" फ्राइडे कहकर संबोधित किया जाता है|
आइये आपको बताते हैं कि इस पर्व में क्या किया जाता है:
- इस पर्व में चर्च और घरों में लगी सजावट की वस्तुएं हटा ली जाती हैं या उन्हें कपडे़ से ढक दिया जाता है|
- इस दिन लोग उपवास करते हैं और विशेष पकवान के तौर पर मीठी रोटियां बनाई जाती हैं जिसको प्रसाद के रूप में बांटा जाता है|
- गुड फ्राइडे के दिन चर्च में घंटा नहीं बजता, बल्कि लकड़ी के खटखटे बजाते हैं|
- इस दिन क्रॉस को चूमकर प्रशु इशु को याद किया जाता है|
- जो लोग ईसाई धर्म को मानते हैं वो गुड फ्राइडे के उपलक्ष्य 40 दिन पहले से उपवास भी रखते हैं, जिसको 'लेंट' कहते हैं|
- ईसाई मान्यताओं के अनुसार जिस फ्राइडे इशु को सूली पर चढ़ाया था उसके तीसरे दिन अर्थात रविवार को इशु जीवित हो गए थे, और उनके पुनर्जनम को ईस्टर संडे कहा जाता है|

