पीछे दो वर्षो से कोरोना महामारी के आने से बच्चो की पढ़ाई मे बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। क्योंकि जहाँ पर शिक्षा को सबसे पहले महत्व दिया जाता था आज सब कुछ आगे है लेकिन विद्यायल ही क्यों बंद है बाकी चीज़ो के लिए कोरोना नहीं है। इस बात पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है क्योंकि घरों से मोबाइल के द्वारा बच्चो की ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से बच्चो को पढ़ाया जाता है लेकिन ऑनलाइन क्लास चक्कर मे कुछ बच्चो के पास मोबाइल ही नहीं है उनकी हैसियत नहीं है वह मोबाइल खरीद नहीं पाते है तो ऐसे उन बच्चो काफ़ी नुकसान हो जाता है वो पढ़ाई नहीं कर पाते है शिक्षा के एरिया मे कितना बदलाव आ चूका है। कुछ बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई बहाना करके मोबइल गेम सॉन्ग सुनना लग जाते है और उनका मन पढ़ाई ओर नहीं जाता है ऐसे मे तो बच्चो की पढ़ाई पूरी तरह से चौपट हो जाती है यही मनना है कि ऑनलाइन कक्षाये बच्चो के लिए सही साबित नहीं
होती है ।
गत दो वर्षों से बच्चों की पढ़ाई किस तरह से प्रभावित हुई है? क्या ऑनलाइन कक्षा सही साबित हुई?
@setukushwaha4049 | Posted on September 30, 2021
यह बात तो सभी जानते हैं कि पिछले 2 वर्षों से कोरोनावायरस की वजह से बच्चों की पढ़ाई पर काफी असर पड़ा है कोरोना महामारी की वजह से बच्चों का स्कूल जाना बंद हो गया था जिस वजह से सरकार ने बच्चों की ऑनलाइन क्लास लेने की परमिशन दी थी लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऑनलाइन क्लास लेने से बच्चे पर क्या प्रभाव पड़ा है आइए जानते हैं ऑनलाइन क्लास लेने से बच्चों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है क्योंकि ऑनलाइन क्लास लेने से बच्चे का मन यहां वहां ज्यादा लगता है जैसे वीडियो गेम खेलने में, गाना सुनने में, डांस देखने में इस प्रकार ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों के लिए खतरनाक साबित हुई है।
@vandnadahiya7717 | Posted on November 20, 2022
दोस्तों आपको तो पता ही है कोरोना काल का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों पढ़ाई पर पड़ा है। गत 2 वर्षों से बच्चों की पढ़ाई किस तरह से प्रभावित हुई है क्या ऑनलाइन कक्षा सही साबित हुई है या नहीं। तो चलिए हम आपको बताते हैं स्कूल बंद होने के कारण ऑनलाइन क्लासेस शुरू की गई। पर ऑनलाइन कक्षा शुरू करने के लिये सभी के पास ऑनलाइन सिस्टम होना बहुत जरूरी है लेकिन ऐसे बहुत से बच्चे हैं जिनके पास ऑनलाइन सिस्टम ना होने के कारण वें ऑनलाइन ही कक्षा अटेंड नहीं कर पाते है। ऑनलाइन कक्षा बच्चों को ज्यादा पसंद ना आने के कारण वे फोन में वीडियो गेम्स खेलने लगते हैं। इसीलिए बहुत कम मात्रा में ही ऑनलाइन कक्षा सही साबित हुई है।
