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लॉकडाउन से परेशान लोगों की कैसे मदद कर रहा है Google Maps ?


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भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है. अति आवश्यक कामों को छोड़कर किसी चीज़ के लिए घर से बाहर जाने की इजाज़त नहीं दी जा रही है.

लेकिन रोज़ कमाने खाने वालों के लिए अगले 21 दिनों तक घर पर बैठना कोई विकल्प नहीं है.

बीबीसी संवाददाता विकास पांडे ने ऐसे ही लोगों की ज़िंदगियों में झांककर ये समझने की कोशिश की है कि आने वाले दिन उनके लिए क्या लेकर आने वाले हैं.

उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक चौराहा है जिसे लेबर चौक कहते हैं. सामान्य तौर पर इस जगह पर काफ़ी भीड़-भाड़ रहती है.

दिल्ली से सटे हुए इस इलाके में घर और बिल्डिंग बनाने वाले ठेकेदार मजदूर लेने आते हैं.



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Google ने सोमवार को कहा कि वह अब भारत भर के शहरों में Google मैप्स पर फूड शेल्टर और रैन बसेरों के स्थान दिखाएगा ताकि लोगों को चल रहे लॉकडाउन के दौरान इन आवश्यक सेवाओं को खोजने में मदद मिल सके।
Google ने एक बयान में कहा कि यह राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि इन राहत केंद्रों के स्थानों को सुरक्षित रखा जा सके।
उन्होंने कहा, "आज तक 30 शहरों में लोग Google मानचित्र, खोज और Google सहायक पर इन स्थानों को पा सकते हैं।"
उपयोगकर्ता इनमें से किसी भी Google उत्पाद में 'फूड शेल्टर इन <शहर का नाम>' या 'रैन बसेरों में <शहर का नाम>' खोज सकते हैं।
बयान में कहा गया है कि सेवा जल्द ही हिंदी में भी उपलब्ध कराई जाएगी।

Google आने वाले हफ्तों में इस सेवा को अन्य भारतीय भाषाओं में लाने के लिए काम कर रहा है, साथ ही देश भर के अधिक शहरों में अतिरिक्त आश्रयों को जोड़ रहा है।
Google India के सीनियर प्रोग्राम मैनेजर एनाल घोष ने कहा कि COVID-19 की स्थिति विकसित होने के साथ, हम ऐसे समाधानों का निर्माण करने के लिए ठोस प्रयास कर रहे हैं जो लोगों की मदद करते हैं।
उन्होंने कहा कि Google मानचित्र पर भोजन और रैन बसेरों के स्थानों को उजागर करना उपयोगकर्ताओं को जरूरत में आसानी से उपलब्ध कराने के लिए एक कदम है, और यह सुनिश्चित करना है कि वे सरकारी अधिकारियों द्वारा प्रदान की जा रही भोजन और आश्रय सेवाओं का लाभ उठा सकें।
उन्होंने कहा स्वयंसेवकों, गैर सरकारी संगठनों और यातायात अधिकारियों की मदद से, हम प्रभावित लोगों को इस महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराने की उम्मीद करते हैं, जिनमें से कई के पास इस दौरान स्मार्टफोन या मोबाइल डिवाइस तक पहुंच नहीं हो सकती है


Letsdiskuss



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ज़ब लॉकडाउन लगा था तो उस समय परेशान लोगो क़ो देश -विदेश से वापस लौटने मे गूगल मैप बहुत ही मदद कर रहा था जैसा कि आप सभी जानते है कि लॉकडाउन के दौरान ट्रेन बंद हो गयी थी और लॉकडाउन लगने पर देश -विदेश मे जॉब करने वाले कई लोग फंसे थे, और उन्हें वहां से घर वापस लौटने के लिए सीधा रास्ता नहीं मिल रहा था तो कई लोग गूगल मैप की मदद से सही लोकेशन पर पहुंच जाते थे।Letsdiskuss


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चलिए हम आपको बताते हैं कि जब हमारे देश में लॉकडाउन लगा था तो लोगों ने किस तरह से गूगल मैप की मदद लेकर खुद की सहायता की है जैसा कि आप सभी जानते हैं कि लॉकडाउन के समय बहुत से लोग एक शहर से दूसरे शहर में रह रहे थे काम करने के लिए और अचानक से लॉकडाउन लग जाने की वजह से लोग हैं पर फंस जाते हैं और अपने घर आने के लिए रास्ते की खोज करते हैं तो उनकी सबसे ज्यादा मदद गूगल मैप से मिलती है जिसके द्वारा भी लोकेशन को सर्च कर लेते हैं और अपने घर पहुँच जाते है।Letsdiskuss


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