नमस्कार आपका स्वागत हैं, आप कुंडली में बृहस्पति के प्रभाव को जानना चाहते हैं, तो पहले आपको ये बता दें, कि कुंडली में किसी भी ग्रह का प्रभाव आपकी कुंडली के भाव पर निर्भर करता हैं | जैसा कि आपको पहले बताया हैं, कि हमारी कुंडली में 12 भाव होते हैं |
अब आते हैं, आपके सवाल पर - जैसा कि बृहस्पति को गुरु ग्रह भी कहा जाता है, और गुरु का मतलब तो आप अच्छी तरह जानते हैं | गुरु ग्रह सबका गुरु होता हैं, सभी ग्रहों का गुरु बृहस्पति माना जाता हैं | बृहस्पति ग्रह सबसे ताकतवर ग्रह है | सप्ताह का चौथा दिन बृहस्पति का होता हैं, इस दिन भगवान विष्णु का पूजन होता हैं, और साफ़ शब्दों में अगर कहा जाये तो, विष्णु भगवान बृहस्पति ग्रह का स्वामी ग्रह होता हैं |
प्रभाव :- (गोचर संबधित - अर्थात वर्तमान समय के भाव के अनुसार )
- मेष राशि - बृहस्पति ग्रह सेहत व भाग्य के लिये बेहतर रहेगा |
- वृषभ राशि - बृहस्पति ग्रह बिमारी से निजात दिलाएगा, और दुश्मनों को दूर रखेगा |
- मिथुन राशि - बृहस्पति ग्रह संतान प्राप्ति के योग बनता हैं, व रोग दूर करेगा |
- कर्क राशि - बृहस्पति ग्रह सुख के साधन में बढ़ोतरी करेगा |
- कन्या राशि - बृहस्पति ग्रह धन की वृद्धी को बढ़ाता हैं, और घर में ख़ुशी आएगी |
- धनु राशि - बृहस्पति ग्रह आपको बेहतर सेहत देगा और आपकी वीरता में वृद्धि करेगा |
- कुंभ राशि - बृहस्पति ग्रह आपका मान-सम्मान बढ़ाएगा, और संतान सुख की प्राप्ति होगी |
ये सभी प्रभाव आपकी कुंडली के 12 भाव में से कौन से भाव में बृहस्पति ग्रह विराजमान हैं, इस पर निर्भर करता हैं |

और अधिक जानकारी चाहते हैं, तो नीचे दी गई लिंक पर Click करें :-
