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मयंक मानिक

Student-B.Tech in Mechanical Engineering,Mit Art Design and Technology University | Posted on | others


क्या ये सही हैं कि,महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा एक साथ कई काम कर सकती हैं ?


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Content Writer | Posted on


आपका सवाल जितना अच्छा हैं उतना ही सोचने लायक भी हैं | आप जानना चाहते हैं कि महिलाओं में कई काम एक साथ करने की क्षमता पुरुषों से अधिक क्यों होती हैं ?


वैसे सबसे पहले एक बात सभी जानते हैं,मानते हैं और समझते भी हैं कि महिला और पुरुष एक दूसरे के पूरक हैं | एक दूसरे के बिना महिला या पुरुष किसी एक के भी व्यक्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती | दोनों इस धरती में सामान अधिकार रखतें हैं | एक घर की बात की जायें तो महिला और पुरुष दोनों से ही घर चलता हैं |


अब आते हैं आपके सवाल पर ,वैसे कई बार ये देखने को मिला हैं कि महिलाए एक बार में कई काम एक साथ कर लेती हैं ,इसके कई जगह आप उदाहरण भी देख सकते हैं |


- अगर घर में कोई मेहमान आते हैं तो एक महिला जल्दी से जल्दी कई तरह के व्यंजन तैयार कर लेती हैं,वहीं दूसरी और मेहमान आने पर पुरुष को चाय बनाने में भी अधिक समय लगता हैं |


- एक पुरुष अगर job पर जाता हैं तो वो अपने लिए सुबह उठ कर चाय नहीं बना सकता ,वहीं अगर एक महिला job पर जाती हैं तो सुबह उठकर सबको चाय भी बनाएगी ,सबके लिए और अपने लिए नाश्ता भी बनाएगी और खुद भी office जाएगी |


- अक्सर पुरुष office से आकर कोई काम करेंगे तो वो सिर्फ इतना की बाजार से कुछ लाना हुआ तो ला दिया परन्तु उसमें एक बार जरूर कहेंगे की आज में थक गया ,वहीं महिला office से आकर खाना बनाएगी सारा काम करेगी बेशक वो थकी होगी पर मुश्किल हैं कि वो ये कह दे कि मुझसे काम नहीं होगा मैं थक गई |


- रविवार का दिन सबको पसंद होता हैं ,उस दिन सभी का office स्कूल जाने वाले बच्चो की छुट्टी होती हैं | एक पुरुष Sundayको देर से जागता हैं क्योंकि आज ऑफिस नहीं जाना परन्तु वही महिला Sunday के दिन और जल्दी जागती हैं क्योंकि उसकोSundayके दिन घर के वो काम करने होते हैं जो वो पुरे week office जाने के कारण नहीं कर पाती |


इसलिए महिलाएं ज्यादा (multitasking )काम एक साथ कर लेती हैं पुरुष की अपेक्षा |


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