आने वाले 4 august को NRC (National Register of Citizens )मुद्दे पर चर्चा होगी | इस बात पर गौर किया जाये कि अब NRC मुद्दे को चर्चा का विषय बनाया जा रहा हैं, जबकि लोकसभा चुनावों के लिए समय नहीं बचा | ऐसे में National Register of Citizens को ऐसा मुद्दा बना दिया हैं, जिस पर विरोधी BJP से सीधा भिड़ने के मूड में हैं |
क्या हैं, ये NRC मुद्दा ?
सन 1955 में Citizen Act के तहत एक प्रस्ताव पारित हुआ था, जिसके अंतर्गत देश में जितने भी परिवार हैं, उन सभी की जानकारी सरकार के पास होनी चाहिए, ऐसा एक नियम लागू किया गया | फिर उसके बाद Citizen Act 1955 के Section 14A के तहत सन 2004 में इस Act में संशोधन किया गया, और फिर इसके तहत हर नागरिक को अपने आपको NRC (National Register of Citizens ) में Register कराना पूर्ण रूप से अनिवार्य बन गया था |
अब NRC (National Register of Citizens ) बहुत बड़ा चर्चा का मुद्दा बन गया हैं |
रिपोर्ट के अनुसार एक कांग्रसे के नेता ने बताया - " NRC कांग्रेस की मीटिंग का मुख्य मुद्दा बनने जा रहा है, क्योंकि इस समय देश में यह सबसे महत्वपूर्ण यही मुद्दा है, जिस तरीके से केंद्र सरकार ने असम में ये प्रक्रिया शुरू की है, और इससे बड़ी संख्या में वो लोग भी प्रभावित हुए हैं, जो उसी राज्य के रहने वाले हैं, न कि कहीं बाहर के, हमें बताया गया है, कि इसमें वहां के मूल निवासी भी प्रभावित हुए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में चाय बागान के मजदूर भी शामिल हैं "
National Register of Citizens का यह मुद्दा सही है या गलत और ये कितना सफल होगा, ये तो समय ही बताएगा |