Official Letsdiskuss Logo
Official Letsdiskuss Logo

Language



Blog
Earn With Us

Kanchan Sharma

Content Writer | Posted on |


सभी मन्त्रों में गायत्री मंत्र के सबसे महत्वपूर्ण होने का कारण

0
0



जैसा कि हिन्दू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण गायत्री मंत्र माना जाता है | यह एक ऐसा मंत्र है जो केवल हिन्दू धर्म के लोग ही नहीं मानते बल्कि अन्य धर्म वाले भी इस मंत्र को कहते हैं | इस मंत्र के जाप मात्रा ने कई लोगों के दुखों को दूर किया है |


सभी मन्त्रों में गायत्री मंत्र के सबसे महत्वपूर्ण होने का कारण (Courtesy : journeytograce.com )


जैसा कि सभी जानते हैं हमारे धर्म में वेदों की कुल संख्या चार है और सबसे महत्वपूर्ण बात कि चारों वेदों में गायत्री मंत्र का उल्लेख किया गया है। माना गया है कि इस मंत्र में इतनी शक्ति है, कि जो भी इसका नियमित जाप करता है, उसके आस-पास नकारात्मक शक्तियां, भूत-प्रेत और कोई भी ऊपरी बाधा हो वो दूर रहती है |


गायत्री मंत्र के जाप करने से कई तरह का लाभ मिलता है | इस मंत्र में कहा गया है "उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अन्तःकरण में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।" अर्थात इस मंत्र के जाप से बौद्धिक क्षमता और मेधा शक्ति जिसको स्मरण शक्ति कहा जाता है उसमें बढ़ोतरी है | इस मंत्र के जाप से व्यक्ति का तेज बढ़ता है और साथ ही दुःखों से दूर होने का रास्ता मिलता है |


(Courtesy : YouTube )


गायत्री मंत्र का जाप सूर्य के उदय होने से दो घंटे पहले और सूर्य अस्त होने के एक घंटे बाद तक किया जा सकता है | चुप रह कर केवल मन में इस मंत्र का जाप कभी भी किया जा सकता है | परन्तु इस बाद का विशेष ख्याल रखें, इस मंत्र का जाप रात के समय कभी न करें | रात्रि के समय किया गया गायत्री मंत्र का जाप मानव लाभकारी नहीं होता |


गायत्री मंत्र में कुल चौबीस अक्षर होते हैं, और यह चौबीस अक्षर चौबीस शक्ति और सिद्धि के प्रतीक है | इसके कारण सभी ऋषियों ने गायत्री मंत्र को पूरे जगत में मनोकामना पूर्ण करने वाला मंत्र माना है | अगर आप किसी आर्थिक परेशानी से गुज़र रहे हैं तो इसके लिए गायत्री मंत्र का जप करें जिससे आपकी आर्थिक परेशानी कम होगी |


(Courtesy : Gifer )


अब बात करते हैं छात्रों की | आपको बता दें छात्रों के लिए यह मंत्र बहुत ही फायदेमंद है | इस मंत्र के बारें में स्वामी विवेकानंद ने कहा कि "गायत्री सद्बुद्धि का मंत्र है " इसके कारण इस मंत्र को सभी मन्त्रों का मुकुटमणि कहा गया है।


गायत्री मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करने से बुद्धि की स्मरण शक्ति में निखार आता है जिसके कारण किसी भी विषय को लंम्बे समय तक याद रखने की क्षमता बढ़ती है | इस मंत्र से सिर्फ बुद्धि ही नहीं बल्कि व्यक्ति के व्यक्तित्व का भी विकास होता है |


(Courtesy : deviantart.com )