राजस्थान में जाट वोट पर कांग्रेस चिंतित क्यों है? - letsdiskuss
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emran khan

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राजस्थान में जाट वोट पर कांग्रेस चिंतित क्यों है?


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Entrepreneur | Posted on


राज्य सरकार राजस्थान को खराब बना रही है , और राजस्थान सरकार विरोधी सत्ता से जूझ रही है। इसमें कोई शक नहीं ! मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे संघर्ष कर रहे हैं। मतदाताओं की एक बड़ी आबादी सरकार के द्वारा उनके वादे को पूरा न करने की क्षमता से नाराज है | वास्तव में, राजस्थान आर्थिक मोर्चों पर अन्य शीर्ष भारतीय राज्यों की तुलना में बुरी तरह व्यापार कर रहा है (यदि आप गैर प्रायोजित रिपोर्ट देखते हैं) | इसके अलावा, कई महीनों और वर्षों में समुदायों के बीच होने वाले दंगों के साथ राज्य ने सामाजिक रूप रेखा को खराब किया है।


सब कुछ मिलकर सिर्फ एक बात है, कि अब वसुंधरा राजे को सरकार छोड़ के जाने की जरूरत है, और यदि हम opinion polls पर विश्वास करते हैं, तो आगामी राज्य चुनाव में बीजेपी राजस्थान हारने के लिए तैयार है | पिछली बार, 2013 में, कांग्रेस को राज्य की 200 सीटों में से केवल 21 सीटें मिली जिस पर उसका स्कोर खारिज कर दिया गया था। इस बार, पार्टी एक बड़े पंच के साथ वापस आ रही है। Opinion voting के मुताबिक देखा जाए तो C Voters और Times now के Votes मिलकर कांग्रेस 129 सीटें जीत जाएगी और यह सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत है। बीजेपी को 163 सीटों की बजाए 63 सीटें ही मिलेंगी जिसके कारण विपक्षी दल अपनी जगह वापस ले सकता है |

वास्तव में, अगर हम इन Opinion Election पर विश्वास करते हैं, तो कांग्रेस के सभी तीन आगामी राज्य चुनाव जीतने के लिए तैयार है - राजस्थान, मध्य प्रदेश, और छत्तीसगढ़ |

हालांकि, एक ही रिपोर्ट में कहा गया है, कि बीजेपी NDA केंद्र में एक सरकार बनायेगी। फिर भी, यदि कांग्रेस सभी तीन राज्यों पर अपनी जीत का झंडा लहराने का प्रबंध करती है, तो यह आम चुनाव 2019 के परिणाम को बहुत अच्छी तरह से जीत में बदल सकती है |

निजी तौर पर, मुझे इन polls को गंभीरता से लेना मुश्किल लगता है। निश्चित रूप से, इन राज्यों में खास कर की राजस्थान में BJP सरकार बहुत खराब प्रदर्शन कर रही है | लेकिन मध्यम और उच्च श्रेणी की आबादी से पार्टी के लिए समर्थन मिलने के बाद भी उन्हें हारना, यह बात काफी निराशाजनक लगता है। इसके अलावा, जो भी लोग चाहते हैं, कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी देश में सबसे लोकप्रिय नेता बने रहे हैं | यह बहुत असंभव है, कि आने वाले राज्य चुनावों में उनके ब्रांड का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा | इस बात की गिनती कर के रखें कि हमारे भारत के प्रधान मंत्री को कितनी रैलियों का सामना करना पड़ता है और उन्होंने पाकिस्तान, भारत के गौरव, विदेश नीति, और 'विज्ञान-कब्रस्तान' के बारे में बात करने में कितने घंटे बिताए है |

मुझे लगता है कि बीजेपी राजस्थान में जीत जाएगी - वो भी बहुत कम मार्जिन के साथ। हम विधायकों की बिक्री के मौसम भी देख सकते हैं, लेकिन बीजेपी राज्य में सरकार बनायेगी ।

इसके अलावा, राजस्थान वसुंधरा राजे सरकार की तुलना में बहुत बेहतर है।

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Media Practitioner | Posted on


जाट समुदाय के लोगों ने 2019 के चुनाव के लिए राजस्थान में नए नाव में सवार होने का फैसला कर लिया है, जिसका खामियाज़ा कांग्रेस पार्टी को चुनाव में उठाना पड़ सकता है। जाटों ने इस बार बीजेपी का समर्थन करने का मन बना लिया है। क्यों कर रहें हैं आखिर जाट बीजेपी का समर्थन? क्या दिन भर गए कांग्रेस के?


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हर बार की तरह राजस्थान में इस बार भी जाट राजनीति चरम पर है। दरअसल कांग्रेस में बढ़ती राजपुताना दोस्ती ने जाट समुदाय के लोगों को अपने अधिकारों के चिन्ता में दाल दिया है और इस खेल ने कांग्रेस पार्टी की मुश्लिले बड़ा दी हैं। कांग्रेस जाट ट्रेंड के सहारे बीजेपी को मात देने के फ़िराक मे थी ही कि जीत की पिचकारी हाँथ से निकलती नज़र आ रही है। जाट समुदाय की नाराज़गी का खामियाजा कांग्रेस ने 2003 में भी हार से चुकाया था।

बहरहाल कांग्रेस की मुसीबत राजस्थान में उनकी कमर तोड़ती ही जारही है। राजपुताना सम्बंद जिसने कांग्रेस की दोस्ती जाटो से कमज़ोर कर दी है वो तो बीजेपी के कोर वोटर्स हैं।

अब देखने की बात यह है कि क्या कांग्रेस ला पाएगी जाट वोट अपने पक्ष में ? या करना पड़ेगा हार से सामना?

आप कमेंट कर बताइये, किस तरफ जायगा जाट समाज ?


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