रक्षाबंधन उत्सव: भाई बहन के प्यार का त्यौहार।
दोस्तों रक्षाबंधन उत्सव जो कि भाई बहन के प्यार का त्यौहार है तथा जिसे आमतौर पर बोलचाल की भाषा में राखी का त्यौहार भी कहते हैं हर साल श्रावण मास के पूर्णिमा को मनाया जाता है। रक्षाबंधन का शाब्दिक अर्थ सुरक्षा का बंधन है। इस दिन बहन अपने भाइयों को राखी बनती है तथा बदले में भाई उन्हें उम्र भर रक्षा करने का वादा करते हुए अपने सामर्थ्य अनुसार कोई तोहफा देते हैं।
रक्षाबंधन उत्सव मुख्य तौर पर भाई-बहन के प्यार का त्यौहार है। रक्षाबंधन उत्सव का इतिहास बेहद पुराना है एवं रक्षाबंधन उत्सव से कई पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई ह रक्षाबंधन उत्सव को विस्तारपूर्वक समझने के लिए लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

रक्षाबंधन का इतिहास:-
दोस्तों रक्षाबंधन का इतिहास कई सारी पुरानी कथाओं से जुड़ा हुआ है। जिनमें से एक कथा महाभारत से आती है। जिसके अनुसार जब श्री कृष्ण ने शिशुपाल का वध किया था तो सुदर्शन चक्र से उनकी उंगली कट गई थी। तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी के पल्लू को फाड़ कर उनके उंगली पर पट्टी बंधी थी एवं तब श्री कृष्ण ने द्रौपदी को उम्र भर रक्षा करने का वादा दिया और चीर-हरण के समय उनकी साड़ी बढ़ाकर उनकी रक्षा की।
इसके अलावा एक ऐतिहासिक कथा के अनुसार गुजरात की रानी कर्णावती ने अपने राज्य को बहादुर शाह से बचने के लिए हुमायूं को राखी भेजी थी एवं इसके बदले में हुमायूं ने रानी कर्णावती की सहायता एवं रक्षा की। इन्हीं सब पौराणिक कथाओं को ध्यान में रखते हुए आज भी रक्षाबंधन उत्सव को मनाया जाता है जिसमें भाई अपने बहन को उम्र भर रक्षा करने का वादा देते हैं।रक्षाबंधन उत्सव के बारे में और अधिक जानकारी के लिए लेख को आगे पढ़ें।
रक्षाबंधन उत्सव एवं महत्व:-
रक्षाबंधन उत्सव एक काफी महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह त्यौहार केवल धार्मिक या सांस्कृतिक तौर पर ही नहीं बल्कि सामाजिक तौर पर भी बेहद मायने रखता है। रक्षाबंधन उत्सव के दिन बहन-भाई सुबह जल्दी उठकर स्नान करके तैयार होकर पूजा की तैयारी करते हैं एवं बहनें अपने भाई को राखी बांधती है, तिलक लगाती है तथा आरती उतारकर कर मिठाई खिलाती है और भाई के दीर्घायु होने की कामना करती है।
भाई अपनी बहन को उम्र भर रक्षा करने का वादा देते हुए उन्हें अपने सामर्थ्य के अनुसार कुछ उपहार देते हैं। यह रक्षाबंधन उत्सव भाई बहन के बीच प्यार, समर्पण, सुरक्षा एवं समर्थन का प्रतीक है। रक्षाबंधन उत्सव सामाजिक तौर पर भाईचारे एवं एकता को बढ़ावा देता है इसलिए रक्षाबंधन उत्सव का महत्व बहुत अधिक है। यह रक्षाबंधन उत्सव सभी धर्मों के लोगों को एक साथ लाता है एवं भारत की अनेकता में एकता के ताकत को दिखाता है।

निष्कर्ष:-
दोस्तों रक्षाबंधन उत्सव मुख्य तौर पर भाई बहन के प्यार का त्यौहार है लेकिन बदलते दौर के साथ बहनों, दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच भी इस त्यौहार को मनाया जा रहा है। यानी सरल शब्दों में कहे तो जिन लोगों के बीच भाई बहन वाला प्यार, समर्पण, एकता एवं समर्थन है वह आपस में इस उत्सव को मना सकते हैं। मुख्य तौर पर यह भारतीयों का त्यौहार है लेकिन अब विश्व के कई हिस्सों में एकता को दिखाने के लिए रक्षाबंधन उत्सव को मनाया जा रहा है।
जिसके कारण धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ यह त्यौहार सामाजिक महत्व को भी दर्शाता है। चाहे कितनी भी परंपराएं बदलें और समाज कितना भी आगे बढ़ जाए लेकिन भाई बहनों के प्यार का त्यौहार यह रक्षाबंधन उत्सव हर वक्त मनाया जाएगा और भाई बहनों का बंधन हमेशा पवित्र बना रहेगा।

