प्रोटेस्ट अगेंस्ट CAA: दक्षिण-पूर्व दिल्ली के DCP ने बताया कि शाहीन बाग के पप्रोटेस्टर्स से पहले हटने का आग्रह किया गया था. अनुरोध न मानने पर कार्रवाई की गई.
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग में प्रोटेस्ट कर रहे लोगो से जगह को खाली करवा दिया है. 90दिनों से भी ज्यादा समय के बाद वहां मौजूद सभी लोगों को मंगलवार को हटाया गया है. इसके अलावा वहां लगे टेंट भी उखाड़ दिए गए. इसके लिए जेसीबी का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा जाफराबाद में भी सड़क किनारे चल रहे CAA और NRC विरोधी धरना-प्रदर्शन को बंद करा दिया है. जानकारी के मुताबिक, वहां तकरीबन 20 प्रदर्शनकारी महिलाएं धरने पर बैठी थीं. यहां पर ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है.
इससे पहले डीसीपी (साउथ ईस्ट दिल्ली) ने बताया कि शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में प्रदर्शनकारियों से कोरोना (Coronavirus) के कारण धरनास्थल से बाहर निकलने का अनुरोध किया गया था, लेकिन इस पर कोई अमल न होने पर पुलिस ने जगह को खाली कराने का कदम उठाया. देखा जाए तो , Lockdown के चलते प्रदर्शन स्थल पर कम लोग ही पहुंच रहे थे. Janta कर्फ्यू के दिन यहां पर सिर्फ 3 महिलाएं देखी गईं थीं. 90दिनों से भी ज्यादा वक्त के बाद इस रूट को खाली करवाया जा सका है. बता दें कि CAA और NRC के खिलाफ यहां महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं.
कुछ प्रदर्शनकारी हिरासत में
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा ने बताया कि शाहीन बाग में विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों से वहां से हटने का अनुरोध किया गया था, लेकिन वे नहीं माने. इसके बाद गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा होने के कानून की अवहेलना करने के मामले में कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि प्रदर्शन स्थल को क्लियर कर दिया गया है और कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया है. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर बड़ी तदाद में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है.
इससे पहले शाहीन बाग में स्थित धरनास्थल पर 22 मार्च को बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा दी गई है. इसके लिए जगह-जगह पर बैरिकेडिंग भी की गई. इस पर लिखा था, 'रात 9 बजे के बाद प्रवेश होगा, धरना जारी है.'