संतान सप्तमी का व्रत और पूजाविधि -
महिलाओ को संतान सप्तमी के व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर नहाना चाहिए उसके बाद पूजा स्थल पर गंगाजल से छिड़काव करना चाहिए,पूजा घर पर भगवान शिव और माता पार्वती की फोटो रखकर धूप जलाये और आरती करे उसके बाद बेलपत्र चढ़ाये प्रसाद में खीर-पूरी, मिठाई और मीठे पूए का भोग लगा सकते है, साथी शिव जी और माँ पार्वती के फोटो के सामने नारियल के साथ कलश की स्थापना जरूर करे।
उसके बाद पूजा विधि के लिये थाली मे सभी समाग्री इकट्ठा कर ले, थाली मे फूल, फल, सिंदूर, कुमकुम हल्दी, चंदन,चावल, कपूर और चांदी की चूड़ी आदि रख ले। माता पार्वती और शिव जी की प्रतिमा मे दीपक जलाये, सिंदूर, हल्दी टीका लगाए चवाल छिड़के, फूल, फल और चांदी की चूड़ी उनके चरणों मे अर्पित करे उसके बाद प्रसाद मे पूड़ी, पंजीरी चढ़ाये और आरती करे इसके बाद संतान की सुख, समृद्धि के लिये हाथ जोड़कर प्रार्थना करे उसके बाद चांदी की चूड़ी आपने हाथो मे पहन ले।
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