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गीता पांडेय

head cook ( seven seas ) | Posted on | Astrology


घर का सबसे अहम् हिस्सा होता है रसोईघर,क्या उसके लिए भी वास्तु शाश्त्र मे कोई नियम है ?


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Content Writer | Posted on


नमस्कार गीता जी ,आपका सवाल जो है वो बहुत ही महत्वपूर्ण है | रसोईघर अपने घर का सबसे महत्व पूर्ण हिस्सा होता है और घर की महिलाओ का सबसे पसंद की जगह भी होती है | क्योकि खाना बनाना सभी को पसंद होता है | तो जब हम घर मे वास्तु शाश्त्र को लेकर काम करते है तो ज़ाहिर सी बात है रसोई तो सबसे महत्वपूर्ण है | रसोई के बिना तो घर को आप घर नहीं कह सकते |

मुख्य रूप सेदो कारणों की वजह से रसोईघर के लिए वास्तु टिप्स का ध्यान रखना महत्त्वपूर्ण है ।
पहला कारण - है कि यहाँ पर खाना बनाया जाता है और दूसरा कि महिलाएँ अपना अधिकतर समय रसोई में व्यतित करती है । पौष्टिक भोजन तथा महिलाओं के लिए स्वास्थ्य वास्तु द्वारा सुनिश्चित होता है ।

और दूसरा महत्त्वपूर्ण कारण यह है कि घर की यह वो जगह है जहाँ पर अग्नि स्थित है और इसलिए इस क्षेत्र को रूप-रेखा के अनुसार समझदारी से बनाना चाहिए ।

रसोई घर के लिए वास्तु न केवल जगह तथा उपकरणों की दिशा के नियमों को निर्धारित करता है बल्कि वहाँ पर व्यक्ति जो कार्य करने वाले हैं उस आधारित व्यक्ति की जगह तथा दिशा निर्धारित की जाती है । निवास में रसोईघर के लिए वास्तु में एक विशिष्ट दिशा निर्धारित की गयी है ।

-आपके रसोई के उपकरण कैसे रखें हैं यह जाँच लें । अगर चुल्हा तथा वॉटर सिंक उचित जगह तथा दिशा में नहीं है तो इससे घर में लगातार झगड़े जारी रहेंगे क्योंकि यह दोनो अलग अलग तत्त्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इन दोनों तत्त्वों को एक साथ रखने से घर में तनाव का कारण बनता है ।

-चुल्हे का नॉब परिवार के मुख्य व्यक्ति की अनुकूल दिशा में रखा जाना चाहिए । इससे संपूर्ण परिवार के अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करता है । सरल वास्तु आपकी अनुकूल दिशाओं को निर्धारित करने में मदद करता है ।

-रसोई घर सीढ़ियों के पास नहीं होना चाहिए । उससे ऊर्जा का प्रवाह अवरोधित होता है ।



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Occupation | Posted on


रसोईघर से जुड़ा वास्तु शास्त्र का पहला नियम यह होता है कभी भी हमें भूलकर रसोईघर में खाना न खाये,मान्यताओ के अनुसार यदि कोई महिला या परिवार के दूसरे अन्य सदस्य थाली में भोजन डालने के बाद रसोई घर में ही बैठकर खाना खाने लगते हैं, तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।


वास्तु शास्त्र के अनुसार खाना खाने के बाद कभी भी रसोई घर में बर्तनों को झूठा न रखे, क्योंकि मां अन्नपूर्णा का अपमान होता है। इसलिए हमेशा खाना खाने के बाद रसोईघर में रखे झूठे बर्तनों को धोये,खासकर रात में खाना खाने के बाद बर्तनों और रसोईघर को अच्छे से साफ करके ही सोये, ऐसा करने से घर मे सकारात्मक ऊर्जा आती है तथा घर मे धन की वृद्धि होती है।Letsdiskuss


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जी हां बिल्कुल रसोईघर के लिए भी ऐसे बहुत से वास्तु नियम है जिनका पालन हमें अवश्य करना चाहिए। जैसे कि घर की रसोई को भूलकर भी दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं बनवाना चाहिए यदि किसी का किचन गलती से इस दिशा में बन जाता है तो उसको वास्तु का बड़ा दोष लगता है और उसके साथ हमेशा कुछ ना कुछ बुरा होते रहता है इसलिए जब भी अपने घर की रसोई बनवाए तो उसे हमेशा दक्षिण पूर्व दिशा की ओर मुख करके बनवाएं। इस दिशा को वास्तु दोष में सर्वश्रेष्ठ माना गया है।

इसके अलावा अपनी रसोई घर में खाना खाने के बाद जूठे बर्तनों को कभी भी इकट्ठा करके नहीं रखना चाहिए बर्तनों को हमेशा साफ करके रखना चाहिए।

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