बच्चों की आँखें बहुत नाज़ुक और कमज़ोर होती है जिसकी वजह से उनकी आँखों में कोई भी परेशानी जल्दी पकड़ लेती है इसलिए उन्हें सही देखभाल और आँखों की सुरक्षा की जरुरत होती है | बच्चों की आँखों में होने वाली परेशानियों का सही समय पर इलाज न किया गया तो आगे चल कर यह बड़ी परेशानी का रूप ले सकती है |
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छोटे बच्चों की आँखों में पायी जाने वाली बीमारियां
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1- कंजक्टिवाइटिस -
यह एक ऐसी बीमारी है जो छोटे बच्चों में बहुत जल्दी फैलती है और इससे बच्चों की आंखों में इंफेक्शन की समस्या हो जाती है, जिसे कंजक्टिवाइटिस के नाम से जाना जाता है। इस समस्यां को 'पिंक-आई' के नाम से भी जाना जाता है और इसका मुख्य कारण आँखों की साफ सफाई में लापरवाही की वजह से को माना जाता है। इस समस्यां में आंख की बाहरी लेयर पूरी लाल हो जाती है | कई बार यह समस्या वायरल भी हो सकती है और बैक्टीरियल भी। और ज्यादातर लोग नहीं जानते होंगे की इसकी शुरुआत खांसी जुकाम से होती है जिससे आँखों में नुक्सान होता है |
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2- मोतियाबिंद -
वैसे तो यह समस्यां बड़ी उम्र के लोगों को होती है लेकिन कई बार यहबच्चों को जन्म से या जन्म के बाद भी हो जाता है, और इस परेशानी को दूर करने के लिए कई बार बच्चों की आँखों की सर्जरी की जाती है जिससे उनकी आंखों में प्राकृतिक प्रतिक्रिया के कारण झिल्ली आ जाती है जिसे हटाना मुश्किल हो जाता है।
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3- स्टाई -
आँखों में फुंसी हों या सूजन आने को स्टाई कहा जाता है , यह पलकों में पाई जाने वाले जिईज ग्लैंड्स में इन्फेक्शन के कारण होता है , और सबसे ज्यादा छोटे बच्चों को होता है | जिसके कारण बच्चें बार - बार अपनी आँखें रगड़ते रहते है | स्टाई होने पर आंख में दर्द, आंख से पानी जाना, पलकों पर सूजन और रोशनी में चौंध लगना जैसे लक्षण हो सकते हैं।

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