सिंधु घाटी सभ्यता विश्व की एक नदी घाटी थी। कुछ पत्रकारों के द्वारा या सभ्यता कम से कम 8000 वर्ष पुरानी बताई जाती है। सिंधु घाटी सभ्यता हड़प्पा और सिंधु-सरस्वती सभ्यता के नाम से भी प्रचलित है । सिंधु और घघ्घर-हकड़ा प्राचीन सरस्वती तट के किनारे सिंधु घाटी सभ्यता का विकास हुआ था। इनके प्रमुख केंद्र निम्न है, जैसे :मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा, राखीगढ़ी इत्यादि ।
सिंधु घाटी सभ्यता के कुछ रोचक तथ्य इस प्रकार हैं -
सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे प्रमुख बात यह थी की हड़प्पा और मोहन् जोदड़ो दोनों ही नगरों के अपने दुर्ग थे जहां पर शासक वर्ग का पूरा परिवार जीवन यापन करता था।
सिंधु घाटी सभ्यता में मोहन जोदड़ो का नगर में से सबसे रोचक स्थल स्नानागार है। यब 11.88 मीटर लंबा, 7.01 मीटर चौड़ा और 2.43 मीटर गहरा है।

यहां पर लोगों ने बहुत सारे पत्थरों और औजार का उपयोग करते थे! पर उन्हें कासे का निर्माण को भलीभांति जानते थे। उन्होंने तांबे तथा टिन को मिलाकर बहुत सारी विद्युत शिल्पी ओं का भी निर्माण किया था। ह
सिंधु घाटी सभ्यता के किसी एक नगर में एक सील पाया गया था, और लोग कहते हैं कि इसमें एक योगी चित्र है 3,4 मुख वाला दिखाई देता है, कुछ लोगों का कहना है कि यह एक योगी शिव है!

