वैसे तो ये दुनिया ही एक रहस्य है | जहाँ पर कई तरह के लोग और कई प्रजातियाँ हैं | पूरी दुनिया में हर जगह कोई न कोई ऐसा रहस्य छुपा
(Courtesy :Uttarakhand Tourism )
(Courtesy : सफ़र है सुहाना)वैसे तो ये दुनिया ही एक रहस्य है | जहाँ पर कई तरह के लोग और कई प्रजातियाँ हैं | पूरी दुनिया में हर जगह कोई न कोई ऐसा रहस्य छुपा
(Courtesy :Uttarakhand Tourism )
(Courtesy : सफ़र है सुहाना)नमस्कार दोस्तों चलिए आज हम आपको एक बहुत ही अच्छा सवाल का जवाब देने वाले हैं, सवाल यह है कि कुमाऊँ घाटी की रहस्यमई झीले कौन सी है। उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में बसा नैनीताल यात्रियों का एक सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। हरे भरे पहाड़ों एवं झीलों से छिपा हुआ नैनीताल, प्राकृतिक सुन्दरता का सर्वोत्तम नमूना है।
भीमताल:- इस ताल का नाम ही एक कथा कहता है कि महाभारत के पांडव पुत्रों में दूसरे पुत्र भीम के नाम पर इस झील का नामकरण किया गया है। ऐसा कहा जाता है कि पांडव अपने वनवास काल में यहां आए थे। भीमताल पर स्थित भीमेश्वर मंदिर महादेव मंदिर अर्थात भीम के इष्ट देव को समर्पित मंदिर,एक छोटा और प्राचीन मंदिर है। मंदिर के उज्जवल रंगों को देखकर इसके प्राचीन होने पर सहसा विश्वास नहीं होता। परन्तु मंदिर परिसर में स्थित बरगद का वृक्ष पर आपकी एक दृष्टि सारी संकाओ को दूर कर देगी।
नौकुचिया ताल :- जैसा कि इसका नाम है नौकुचिया ताल नो कोनो का एक छोटा ताल है। भीमताल से 4 किलोमीटर दूर इस ताल के पग भ्रमण हेतु हम एक संध्या यहां पहुंचते हैं। सूर्यास्त के पहले के सांध्य प्रकाश में हमने इस ताल का एक चक्कर लगाया। इस झील का पर्यटन वातावरण किंचित शांत होते हुए केवल दोनों तरफ कुछ साधारण व्यापारिक गतिविधियां दृष्टिगोचर हुई है। मेरी अभिलाषा थी इस ताल की संपूर्ण चक्कर लगाकर इसके नौ की गणना करना।
सातताल :- सातताल 7 ताल का एक समूह है -
जैसा कि उपरोक्त कुछ तालो से विदित है लोगों की मान्यता है कि राम,लक्ष्मण और सीता ने अपने वनवास के समय इन तालों के समीप कुछ काल बिताया था। सात ताल की विशेषता है कि आपस में जोड़ी ये सर्व ताले मीठे जल की है। इन तालों के नाम एक साथ मिल जाते हैं। बैठने हेतु सुन्दर व्यवस्था एवं सुन्दर पुलों के निर्माण द्वारा सातताल, स्वर्ग सुदृश, सौंदर्य की दृष्टी से सर्वोपरि है।
