अपनपढ़ और पढ़े लिखे लोग में कई समानताएं हैं। जैसे अनपढ़ लोग की तरह ही पढ़े ,लिखे लोग प्रकृति को सर्वोपरि मानते हैं। पर्यावरण की रक्षा के प्रति जागरुक होते हैं। कारण यह है कि हर मनुष्य अक्षर ज्ञान करके भी शायद अनपढ़ रह जाए लेकिन जो पढ़े लिखे नहीं है, अगर वे जागरुक है तो अपनी धरती और जंगल से प्यार करते हैं, उनके साथ समझौता नहीं करते हैं। जैसे जितेन मांझी अनपढ़ होते हुए भी वह जागरुक था। इसलिए कह सकते हैं कि अनपढ़ और साक्षर होने से कुछ नहीं होता है बल्की जागरुक होना जरूरी है।
