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संज्ञा :-
किसी वस्तु के नाम, स्थान, जीव, भाव, गुण को संज्ञा कहा जाता है।
जैसे - नाम -रोहित
स्थान -मुंबई
जीव -कुत्ता
भाव -ईर्ष्या
गुण -धोखेबाज।
संज्ञा तीन प्रकार के होते है :-
1.व्यक्तिवाचक संज्ञा
2.जातिवाचक संज्ञा
3. भाववाचक संज्ञा
1.व्यक्तिवाचक संज्ञा:-
व्यक्तिवाचक संज्ञा मे किसी व्यक्ति वस्तु, स्थान आदि की जानकारी देता है, तो वह व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाता है।
जैसे -रोहन, घोड़ा,पर्वत, गंगा आदि।
2.जातिवाचक संज्ञा :-
जातिवाचक संज्ञा मे किसी की व्यक्ति, वस्तु की जाति को बतलाता है वह जातिवाचक संज्ञा कहलाता है।
जैसे :- कुत्ता, कमरा, लड़का,गाय,पेड़ आदि।
3. भाववाचक संज्ञा :-
भाववाचक संज्ञा मे किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, दोष, दशा, भाव, स्वाभाव, अवस्था आदि को प्रकट करने वाले शब्द भाववाचक संज्ञा कहलाते है।
जैसे :- रमन बहुत ही ईमानदार है।
रमन बहुत ईमानदार लड़का है यहाँ पर उसके ईमानदार होने का गुण प्रकट हो रहा है।
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Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | Posted on
किसी व्यक्ति ,वस्तु ,जाति ,स्थान, भाव आदि के नाम को बोध करवाने वाले शब्द संज्ञा कहलाते हैं!
संज्ञा तीन प्रकार की होती है -(1) व्यक्तिवाचक (2) जातिवाचक (3) भाववाचक
(1) व्यक्तिवाचक - जो शब्द किसी विशेष व्यक्ति,स्थान अथवा वस्तु की जानकारी दें ,वे व्यक्तिवाचक संज्ञा ए कहलाती हैं ! जैसे - चंद्रमा, सूर्य ,ताजमहल, जबलपुर, मध्य प्रदेश आदि !
(2) जातिवाचक संज्ञा - जो शब्द एक ही प्रकार के सभी प्राणियों ,वस्तुओं के समूह की जानकारी दे,वें जातिवाचक संज्ञा कहलाते हैं ! जैसे - लड़का, मैदान , फूल, कमरा, पेड़, पशु, गाय, पर्वत, नदी आदि !
(3) भाववाचक संज्ञा - जो शब्द किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण, दोष, भाव, दशा, अवस्था, स्वभाव आदि को प्रकट करें वे भाववाचक संज्ञा ए कहलाती है ! जैसे - 'कुर्सी' कहते ही कुर्सी का चित्र सामने आता है जबकि 'हंसी' कहने पर खुशी का अनुभव होता है !
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