भारतीय क्षेत्रीय सिनेमा इन फिल्मों की वजह से चर्चित हो रही है। भारतीय भाषाओं को बढ़ावा मिल रही है। पुष्पा फिल्म को पूरे भारत में सभी भाषाओं के लोगों ने देखा है। इस फिल्म से अच्छे फिल्म निर्माता और कन्नड़ फिल्म के लिए ये गौरव की बात है। पुष्पा फिल्म व्यावासिक फिल्म नजरिये से रोजगार के नये संभावनाएं पैदा कर रही है। इस फिल्म की कहानी जागरुक करने वाली है कि किस तरह से तस्करी का पूरा सिंडिकेट काम करता है। भ्रष्टाचार और अपराध से ये फिल्म हमें जागरुक करता है। ये हमें सीख देता है कि गैरकानूनी रास्ता कभी भी तरक्की का मूलमंत्र नहीं होता है। एक न एक दिन बुरे काम का बुरा नतीजा सामने आता है।


