अक्सर सर्दियों के समय ब्रोंकाइटिस बीमारी बढ़ जाती है | ब्रोंकाइटिस सांस की बीमारी है | सर्दियों में अक्सर लोग जुखाम से पीड़ित होते हैं,जिस कारण उन्हें साँस लेने में अधिक समस्या होती है |
ब्रोंकाइटिस बीमारी होने के कारण -
- ब्रोंकाइटिस बीमारी उसी विषाणु के कारण होती है, जिसके कारण सर्दी-जुखाम और फ्लू जैसी बीमारी होती है |
- ब्रोंकाइटिस बीमारी अक्सर उनको होने की सम्भावना होती है, जो अधिक धूम्रपान करते हैं |
- अधिक प्रदुषण होने, धुल, मिट्टी, धुंए , विषैली गैस इत्यादि के अधिक संपर्क में होना भी इस बीमारी का कारण बन सकता है |
लक्षण :-
- बहुत अधिक बुखार होना |
- खाँसी होते समय खाँसी में खून आना |
- लगातार में सीने में दर्द बना रहना |
- खाँसी लगातार बने रहना |
- अधिक समय तक सिरदर्द और शरीर में दर्द बना रहना |
- बहुत ज्यादा घरघराहट महसूस करना और नाक बंद रहना |
(Courtesy : Dailyhunt )
ब्रोंकाइटिस के उपचार :-
- ब्रोंकाइटिस बीमारी वर्तमान समय में बहुत तेजी से बढ़ रही है, और अधिकतर यह बीमारी बच्चों को ज्यादा हो रही है | इसके लिए प्रतिदिन बच्चों को दूध में शक्कर देने की जगह 2 चम्मच शहद डालकर दें | इससे इस बीमारी में बहुत रहत मिलती है |
- अगर दूध में शहद डालकर पीना अच्छा न लगता हो तो दूध में आधे चम्मच से भी कम हल्दी डाल कर दूध को पकाएं और उसमें एक चम्मच घी डालकर एक दिन में 2 या तीन बार खुद भी पीये और अपने बच्चे को भी पिलाएं | इससे यह बीमारी ज्यादा असर नहीं कर करेगी और हल्दी दूध का नियमित सेवन आपको इस बीमारी से भी बचाएगी |
- ब्रोंकाइटिस बीमारी से बचने के लिए आप सोंठ और दालचीनी का प्रयोग भी कर सकते हैं | इसके लिए आपको दालचीनी और सोंठ को बराबर मात्रा में पीस कर उसका चुरा बना लेना है और उसके बाद आधा गिलास पानी में दोनों को आधा चम्मच डालकर पानी उबाल लें | ठंडा होने पर उसको एक सांस में पी लें | यह बहुत ही आसान नुस्खा है जो आपको ब्रोंकाइटिस बीमारी से बचा सकता है |
(Courtesy : hospitaldaher.com.br )