देवर और भाभी का रिश्ता माँ तथा बेटे की तरह पवित्र रिश्ता होता है। साथ ही देवर और भाभी का रिश्ता प्रेम, स्नेह से भरा होता है।नदिया के पार' फ़िल्म से लेकर 'हम आपके हैं कौन' जैसी कई फिल्मों में देवर-भाभी के रिश्ते की छवि क़ो दिखाया गया है।केवल फिल्मों में ही नहीं दरअसल असल जिंदगी में देवर-भाभी का रिश्ता बहुत ही खास होता है।
लड़की शादी करके जाती है तो उसके लिए उसका पति ही सब कुछ होता है, पति के अलावा वह किसी से बात करने से डरती है ऐसे मे तब उसे चिन्ता रहती है कि उसका ससुराल कैसा होगा, ससुर, सास के साथ कैसे रहेंगी। ऐसे मे देवर ही एक ऐसा दोस्त होता है, जो भाभी का लाडला होता है और भाभी के साथ मस्ती मज़ाक करता है और भाभी की हर एक काम मे मदद करता है। देवर अपनी भाभी क़ो माँ की तरह सम्मान देता है और उसकी हर एक बात का मान रखता है।
भाभी और देवर के रिश्ते मे नोक -झोक होती रहती है, देवर अपनी भाभी की पसंद न पसंद का अच्छे से ख्याल भी रखता है, ज़ब भाभी और सासु माँ की किसी बात पर लड़ाई हो जाती है तो ऐसे मे देवर ही होता है जो अपनी माँ और भाभी के रिश्ते क़ो सुधारने के लिए दोनों के बीच सुला करवाता है।
कई बार पति और पत्नी के बीच लड़ाई हो जाने पर देवर अपने भाई और भाभी के रिश्ते क़ो बनाये रखने के लिए दोनों के बीच की लड़ाई खत्म करने के लिए कुछ न कुछ सरप्राइज प्लान करता है। जैसे कि देवर अपने भाभी और भाई के लिए कैंडल नाईट डिनर प्लान करता है और दोनों क़ो कैंडल नाईट डिनर मे लेकर जाता है जिससे दोनों के बीच की लड़ाई खत्म हो जाती है।



