जीरो बजट फार्मूला क्या है?
जीरो बजट फार्मूला खास तौर पर कृषि उत्पाद के लिए किया जाता है। इस फार्मूले के अंतर्गत बिना पैसे खर्च कर फसलों का उत्पादन किया जाता है। फसलों के उत्पादन के लिए बाजार की खाद का प्रयोग ना करके किसान गाय के गोबर व मूत्र का इस्तेमाल करते हैं। जिससे फसलों उत्पादन अच्छा होता है साथ ही खेतों के पोषक तत्व नष्ट नहीं होते हैं। 30 एकड़ जमीन पर खेती के लिए केवल एक गाय के गोबर और मूत्र की आवश्यकता होती है ।1970 में इसकी शुरुआत हुई थी । शून्य आधारित बजट में बजट अनुमान शून्य से प्रारंभ किये जाते हैं । शून्य आधारित बजट में गत वर्षों के व्यय सम्बन्धी आंकड़ों को कोई महत्व नहीं दिया जाता है । इस प्रणाली में कार्य इस आधार पर शुरू किया जाता है कि अगली अवधि के लिए बजट शून्य है ।

शून्य आधारित बजट बहुत ही खर्चीली होती है । इसमें पुरानी योजना की समीक्षा करने और नई योजना को शुरु करने में बहुत समय लग जाता है । इस बजट के लाभ की बात करें तो आने वाली लागत के बराबर होती है ।

यह बजट शॉर्ट टर्म को बढ़ावा देता है । यह नियोजन और पलटन प्रक्रिया के तहत काम करती है । शून्य-आधारित बजटिंग कंपनियों द्वारा उपयोग की जाने वाली एक तकनीक है, लेकिन इस प्रकार के बजट का उपयोग व्यक्तियों और परिवारों द्वारा किया जा सकता है।


