सम्राट अशोक ने भारत के अलग-अलग हिस्सों में बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए स्तंभों का निर्माण कराया और बुद्ध के उपदेशों को इन स्तंभों पर शिलालेख के रुप में उत्कीर्ण कराया। यहां हम आपको अशोक महान द्वारा बनवाये गए कुछ मुख्य स्तंभों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिससे आपको मालूम चल जायेगा कि वास्तिवकता में अशोक स्तभ कहा है
अशोक स्तंभ सारनाथ
यह स्तंभ सारनाथ में स्थित है। जिसे अशोक महान ने 250 ईसा पूर्व में बनवाया था। सारनाथ का स्तंभ अशोक स्तंभ के नाम से जाना जाता है। अशोक स्तंभ पर तीन लेख लिखे गए हैं जिनमें से पहला लेख अशोक के ही समय का है और ब्राह्मी लिपि में लिखा गया है।
अशोक स्तंभ इलाहाबाद – Ashoka Pillar Allahabad
इसका निर्माण 16वीं शताब्दी में सम्राट अकबर द्वारा कराया गया था।माना जाता है कि 1800 ई. में स्तंभ को गिरा दिया गया था लेकिन 1838 में अंग्रेजों ने इसे फिर से खड़ा करा दिया।
अशोक स्तंभ वैशाली – The Ashoka Pillar Vaishali
बिहार राज्य के वैशाली में स्थित है। माना जाता है कि सम्राट अशोक कलिंग विजय(Kalinga Vijay) के बाद बौद्ध धर्म का अनुयायी बन गया था और वैशाली में एक अशोक स्तंभ बनवाया।स्तंभ के बगल में ईंट का बना एक स्तूप(Stup) और एक तालाब है, जिसे रामकुंड के नाम से जाना जाता है। यह बौद्धों के लिए एक पवित्र स्थान है।
अशोक स्तंभ दिल्ली The Ashoka Pillar Delhi
अशोक द्वारा बनवाया गया स्तंभ दिल्ली स्थित फिरोजशाह कोटला (Feroz Shah Kotla) में स्थित है। दिल्ली का यह अशोक स्तम्भ तीन शताब्दी ईसा पूर्व भारतीय उपमहाद्वीप में महान् सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया था। यह स्तम्भ 13.1 मीटर ऊंचा है|