आज सुशांत सिंह राजपूत का मामला हो या इस से पहले जहानाबाद में सवर्णों कि हत्या का मामला हो या उसके भी पहले बेगूसराय को अपराधमुक्त बनने का संकल्प हो इन सब में एक व्यक्ति तो कॉमन रहा है। वो है बिहार के मौजूदा डीजीपी गुप्तेशवर पांडे। उनकी कहानी दबंग मूवी के चुलबुल पांडे जैसी ही है या ये कह लीजिए कि दबंग के पांडे का किरदार गुप्तेश्वर जी से मिलता जुलता है।
तो अब चलते है फ्लैस बैक में 59 साल पहले।
गुप्तेश्वर पांडे का जन्म 1961 में बिहार के बक्सर जिले के गेरुआ गाव के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। अब मध्यम वर्गीय परिवार में जन्म हुआ तो जाहिर सी बात है कि वही गाव के आस पास ही शिक्षा दीक्षा भी हुई होगी। उनके एक साक्षात्कार में पता चला कि वो स्कूल में चटाई में बैठ कर पड़ते थे और मास्टर जी चारपाई में बैठकर पढ़ाते थे। पढ़ने का मध्यम भी भोजपुरी ही था। जो अक्सर उनकी बातो के लहजे से जान पड़ता है। शुरू में वो पड़ने में भी बोदा थे । नतीजन 11 में फेल हो गए। अंग्रेजी भी कक्षा 6 से पढ़ना शुरू किया जो की हिंदी मीडियम मै पड़ने वाले ज्यादातर विद्यार्थी करते है।
जब 11 में फेल हो गए तो पढ़ाई का चस्का लगा उनको। और इतनी हुम्मक के पड़ाई किया कि 1986 में अपने पहिले प्रयास में बिना किसी कोचिंग के आईआरएस की परीक्षा क्लियर कर दी। लेकिन उनको संतोष नहीं लगा सोचने लगे कि जब पढ़ाई में मन लगा ही दिए है तो थोड़ा और आगे जाते है। बस यही सोच के और चोला लगा के पड़ने लग गए।अब जब इतना पड़ रहे थे तो 1987 में आईपीएस बन गए।
इसके बाद तो अपनी अब तक के 32 साल की नौकरी में बिहार के 26 जिलों में विभिन्न पदों में नौकरी की और सकुशल की। अब इनकी कहानी तो इंस्पायर करने वाली है।
उड़ते उड़ते तो खबर ये भी मिली है कि बिग बॉस के गायक यानी कि दीपक ठाकुर वो भी बिहारी है उनके गाने में पांडे जी आने वाले है।
बहुत लोगो को तो ये भी लग रहा है कि हो सकता है पांडे जी नेतागिरी में भी अपनी किस्मत आजमाए......