प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव के तौर पर नृपेंद्र मिश्रा की नियुक्ति ३१ मई को की गई है। वो अगले पांच साल तक इस पद पर बने रहेंगे। मोदीजी के पिछले कार्यकाल में भी नृपेंद्र मिश्रा ही उनके सचिव थे और माना जाता था की अब उनके रिटायरमेंट के बाद किसी और को इस पद पर नियुक्त किया जायेगा पर इस रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर को ही इस पद पर नियुक्त किया गया है। इस से पहले मिश्राजी ट्राई में काम कर चुके है और ट्राई के नियमो के चलते वो इस पद पर नहीं रह सकते थे पर मोदीजी ने नियमो में संशोधन कर मिश्राजी को इस पद पर नियुक्त किया और अब पांच और साल के लिए जिम्मेदारी भी सौंपी है।
सौजन्य: टेलीग्राफ इंडिया
मिश्राजी १९६७ के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अफसर है और ट्राई के स्पेक्ट्रम घोटाले में वो साक्षी भी रह चुके है। ७४ वर्षीय मिश्राजी लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की डिग्री रखते है और उन्हें प्रशासन का काफी अनुभव भी है। मिश्राजी से पहले इस पद पर पुलक चटर्जी थे जो की पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह के सचिव थे। मोदीजी ने सत्ता में आते ही मिश्राजी को अपने सचिव पद पर नियुक्त किया और उन्हे कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी मुहैया करवाया।