अर्थशास्त्र चाणक्य या कौटिल्य द्वारा लिखा गया था।अर्थशास्त्र मे कौटिल्य के राजनीतिक विचारों को संक्षेप मे लिखा गया है, अर्थशास्त्र पुस्तक कई शताब्दियों के लिए कही गुम सी गई थी जब तक कि इसकी एक प्रति, ताड़ के पत्तों पर लिखी गयी थी।
कौथिल्य ने अर्थशास्त्र में अपने विचार प्रस्तुत किए हैं, वह पूरी तरह से व्यावहारिक और असमान हैं। कौटिल्य खुले विचारों वाले इंसान है वह हत्या जैसे विवादास्पद विषयों के बारे में ज्यादा लिखते हैं, जैसे कि उन्होंने इस तरह लिखा कि जब परिवार के सदस्यों को मारना है, गुप्त एजेंटों का प्रबंधन कैसे करना है, जब संधियों का उल्लंघन करना उपयोगी है, और जब मंत्रियों की जासूसी करना है। इन सब के कारण कौटिल्य की तुलना अक्सर द प्रिंस के लेखक, इटली के पुनर्जागरण लेखक मैकियावेली से की जाती है, जिन्हें बहुत से व्यक्ति बेईमान और अनैतिक मानते हैं।

