इसके जवाब को समझने के लिए पहले हमें इस सवाल को एक फिल्म निर्माता की दृष्टिकोण से देखना होगा | कोई भी फिल्म प्रोड्यूसर या फिर निर्देशक अपनी फिल्म के माध्यम से एक मेसेज देने के साथ ही मुनाफा कमाने का उद्देश्य रखता है. हर फिल्म को इस उद्देश्य के साथ बनाया जाता है ताकि वो सिनेमाघरों में दर्शकों को पसंद आए और ज्यादा से ज्यादा दर्शक इस फिल्म को देखने के लिए बॉक्स ऑफिस पर उनकी फिल्मों की टिकेट खरीदें |
अब क्योंकि सप्ताह में सोमवार से लेकर गुरुवार सबसे व्यस्त दिनों में से होते हैं इसलिए इस स्थिति में कामकाज करने वाली ऑडियंस की संख्या फिल्म देखने के लिए उचित समय नहीं निकाल पाएगी. जबकि शुक्रवार और उसके बाद शनिवार और रविवार को वीकेंड के तौर पर जाना जाता है. इन दिनों उरमें स्कूल और दफ्तरों की छुट्टी भी होती है | ऐसे में लोग अपने करीबी, दोस्त, फैमिली और रिश्तेदारों के साथ फिल्म आसानी से देख सकेंगे|
इसका अर्थ ये है कि शुक्रवार, शनिवार और रविवार को बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों की ज्यादा से ज्यादा संख्या दर्ज की सकती है जोकि फिल्म के लिए आर्थिक तौर पर काफी फायदेमंद साबित हो सकती है | अब कोई भी फिल्म निर्माता अपनी फिल्मों के साथ किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहेगा और यही कारण है कि फिल्मों को शुक्रवार को रिलीज किया जाता है |



