यह बात तो हम सभी जानते है की सावन में भगवान शिव की आराधना और पूजा अर्चना होती है | हिन्दू मान्यताओं के अनुसार यह महीना भगवान भोले को खुश करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है | इस पवित्र महीने सावन को शास्त्रों के अनुसार ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक और प्रेम के दृष्टिकोण से भी ये माह काफी मायने रखता है |
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क्योंकि ऐसा माना जाता है की इस वक्त बारिश होती है, जिससे धरती पर शीतलता रहती है, चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आती है जो कि आंखों और दिल को सकून देते हैं, इस महीने में एक और खास बात देखने को मिलती है और वो यह है की महिलाओं और लड़कियों का हरा श्रृंगार, इस दौरान महिलाएं हाथों में मेंहदी रचाती हैं, हरी चूड़ियां पहनती हैं और हरे वस्त्र धारण करती हैं, साधरण से शब्दों में कहूं तो इस महीनें में महिलाएं हरा श्रृंगार पसंद करती है |
इसके पीछें का कारण यह है की हरा रंग प्रेम और खुशी का प्रतीक माना जाता है और हरा रंग सौभाग्य से जुड़ा होता है इसलिए महिलाएं सावन के महीने में हरे रंग के श्रृंगार से भगवान और प्रकृति को धन्यवाद देती हैं और अपनी खुशी का इजहार करती हैं।
और अगर इस बात कपो सावन से जोड़ कर देखें तो हरा रंग शिव का प्रिय है और उन्हें खुश करने के लिए हरी चूड़ियां या हरा वस्त्र पहना जाता है | जिससे महिलाओं को अखंड सौभाग्यवती होने का वरदान मिले। इतना ही नहीं बल्कि यहाँ तक की बुद्ध ग्रह का रंग भी हरा रंग होता है |