सौजन्य: गल्फ न्यूज़हाल ही में कांग्रेस ने एक मास्टरस्ट्रोक के तहज प्रियंका गाँधी को चुनावी मैदान में उतारा है। देखनेवाली बात ये है की क्या प्रियंका गाँधी के राजनीती में आने से पार्टी के आर्थिक हालात में कुछ सुधार होगा?
राजनीती विशेषज्ञों के अनुसार प्रियंका गाँधी के राजनीती में आने से पार्टी के फंड आने में कोई ज्यादा फर्क नहीं पडेगा पर अगर उत्तर प्रदेश में पार्टी सत्ता में आती है तो आनेवाले लोकसभा चुनाव में इस का बड़ा असर दीख सकता है और फिर से एकबार कॉर्पोरेट और बिजनेसमेन पार्टी की और रुख कर के चुनावी फंड में बढ़ौतरी कर सकते है।
यहां पर याद करना जरूरी है की हाल में 95 % फंड भाजपा को जाता है और बाकी की सारी पार्टियों को सिर्फ 5 % ही फंड मिलता है और सारी पार्टियां फंड की कमी से जूझ रही है।