ज़िंदगी में प्रतियोगिता के मायने बहुत अलग हैं, और मुझे लगता हैं, जीवन में प्रतियोगिता होना बहुत जरुरी हैं | प्रतियोगिता न हो तो मनुष्य अपने जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ सकता | हमारी ज़िंदगी ने प्रतियोगिता होना क्यों जरुरी हैं ? ये जानने के लिए इस बात को जानना जरुरी हैं,कि प्रतियोगिता होती क्या हैं ? क्यों हम प्रतियोगिता करते क्यों हैं ? और सबसे अहम् सवाल हम लोग प्रतियोगिता के नाम से डरते क्यों हैं ?
ऐसे कई सवाल हैं, जिनके जवाब हम लोग शायद ही ढूंढ़ते हो | हर इंसान चाहता हैं, वो साधारण ज़िंदगी जिए , क्या ऐसा संभव है? नहीं | एक छोटी सी नौकरी करने वाला इंसान यह समझता हैं, कि वह अपनी नौकरी से खुश हैं, और बस वह अपने रोजाना की ज़िंदगी में खुश रहता हैं | सुबह से शाम तक office और उसके बाद घर , पर क्या आपको लगता हैं ऐसा पूरी ज़िंदगी कोई इंसान जी सकता हैं |
जब तक आपकी ज़िंदगी में प्रतियोगिता नहीं होगी तब तक आपको आपके ज़िंदगी के मायने नहीं समझ आएँगे | आपको अपनी ज़िंदगी के मायने समझना हो तो आप प्रतियोगिता जरूर करें | प्रतियोगिता करना आपको आपके जीवन का सही उद्देश्य समझती हैं | आप कितने काबिल है, ये बताती हैं, प्रतियोगिता न करना आपकी कमजोरी की निशानी हैं |
मनुष्य किसी प्रतियोगिता से नहीं डरता वो सिर्फ अपने हारने के डर से डरता हैं | एक बात बता दें आपको प्रतियोगिता में हार मिलेगी या जीत ये आप पर निर्भर करता हैं | आपकी मेहनत पर निर्भर करता हैं |
(Courtesy : pulse1.co.uk )