स्त्री का सबसे अच्छा गुण उसका चरित्र होता है क्योंकि एक स्त्री दिखने मे सुंदर है और उसका चरित्र अच्छा नहीं है तो उसकी सुंदरता किसी काम की नहीं है, क्योकि स्त्री की सुंदरता मायने नहीं रखती है बल्कि स्त्री के अंदर अच्छे गुणों के कारण ही उसे सुंदर माना जाता है।
सुंदरता स्त्री की तन से नहीं बल्कि मन से भी होनी चाहिए, एक सुंदर स्त्री के अंदर दया, करुणा, ममत्व, प्रेम आदि गुण जरूर होने चाहिए।

